Madhya Pradesh: श्योपुर शहर के गुलंबर चौक की बीच सड़क पर खड़े एक ऑटो को ट्रैफिक व्यवस्था बिगाड़ने के नाम पर सीएमओ ने अपने कर्मचारियों से उठवा तो लिया. लेकिन उस ऑटो की जगह स्वयं अपनी गाड़ी खड़ी करवा दी.इतना ही नहीं उक्त ऑटो को जप्त कर लिया और उसे नगर पालिका में रखवा दिया.
दरअसल मंगलवार की शाम नगरपालिका के सामने गुलंबर पर अन्य चार पहिया वाहन खड़े थे,उन्हीं के बीच में एक ऑटो खड़ा हुआ था. इसी बीच सीएमओ आरआर यादव आए और उन्हें गाड़ी पार्किंग की जगह नहीं मिली तो उन्होंने अपने कर्मचारियों से ऑटो को उठवाने के निर्देश दिए. इसके बाद नपाकर्मियों ने ऑटो को धक्का देकर लुढ़काते हुए पीछे के गेट से नगरपालिका में रख दिया. वहीं जहां से ऑटो हटाया, वहां अपनी गाड़ी खड़ी कर दी. ऐसे में सवाल उठे कि जब ऑटो से ट्रैफिक बिगड़ रहा था तो फिर अन्य कारें कैसे रखी रही और स्वयं भी गाड़ी क्यों रख दी? हालांकि बाद में ऑटो को छोड़ दिया गया। इस संबंध में जब सीएमओ आरआर यादव का पक्ष जानने उन्हें मोबाइल लगाया तो उन्होंने बताया कि एक ऑटो सड़क पर खड़ा हुआ था.तो उसे जप्त कर लिया फिर ऑटो चालक अपने बच्चों को लेकर आ गया फिर उसे समझाइश देकर छोड़ दिया.और चेतावनी दी कि सड़क पर ऑटो न लगाया करे। और जब सीएमओ राधे रमन से पूछा कि ऑटो को हटाकर उसी जगह पर आपकी गाड़ी पार्क हुई तो उन्होंने कहा कि हम अपनी गाड़ियों को आखिर कहा खड़ी करें. इससे तो यही साफ होता कि कि नगर पालिका प्रशासन के नियम गरीबों के लिए है बाकी अधिकारियों और नेताओं के लिए बह नियम लागू नहीं होते है.
खुद सड़क पर गाड़ियों को खड़ा कर रहे. दूसरों को नियमों का हवाला दे रहे सीएमओ
सीएमओ राधे रमन यादव अब चर्चाओं में आ चुके हैं कि दूसरों को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाने की बात करते हैं आखिर खुद ही उन नियमों का पालन नहीं कर रहे है. जबकि नगर पालिका प्रशासन की जिम्मेदारी है कि बह खुद संभले और दूसरों को भी संभाले. बरहाल आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहेगा इस संबंध में कलेक्टर अर्पित वर्मा को कॉल कर जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.