Madhya Pradesh: भिण्ड में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर धरने पर बैठे पार्षद दीपक शर्मा को राजनैतिक दवाब के चलते उनका धरना समाप्त कर उन्हें हटाने का पुलिस और प्रशासन ने जो कृत्य किया है.
उसको लेकर उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने मप्र की भाजपा सरकार को घेरते हुए गई आरोप लगाए और पार्षद के धरने को समर्थन देते हुए कहा है कि, लोकतंत्र के चुने गए जनप्रतिनिधि अपने अधिकार और मांगों को लेकर आन्दोल भी नही कर सकते है क्या.
दरअसल अटेर विधायक व उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे को शोशल मीडिया और कार्यकर्ताओं के द्वारा सूचना दी गई कि, भिण्ड ग्वालियर इटवा हाइवे एनएच 719 को सिक्स लाइन में तब्दील करने की मांग को लेकर पार्षद दीपक और मनीष शर्मा सहित समाजसेवियों के द्वारा सामाजिक मुद्दा जोरो से उठाया गया. जिसको लेकर पुलिस और प्रशासनिक नुमाइंदों ने जिले के राजनैतिक दबाब के चलते रात के अंधेरे में पुलिस ने बल पूर्वक पार्षद को धरना स्थल से खदेड़ते हुए बैनर पोस्टरों को फाड़ डाला.
जिस पर उपनेता प्रतिपक्ष ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन के द्वारा अलोकतांत्रिक तरीके से पार्षदों का धरना समाप्त कराने का प्रयास और कृत्य जो पुलिस के द्वारा किया गया है, इसको कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा। एक जगह से हटाकर पार्षदों ने दूसरी जगह स्थान परिवर्तन करते हुए भूख हड़ताल निरंतर जारी रखी है.
वहीं उपनेता नप्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को कटघरे के खड़ा करते हुए कहा कि, क्या भाजपा सरकार नही चाहती कि, भिण्ड ग्वालियर हाइवे सिक्स लाइन में तब्दील हो और यहां मौतों में कमी आए भिण्ड खुशहाली वहाल हो सके.
इसके साथ ही उपनेता प्रतिपक्ष ने प्रशासन को चेतवानी देते हुए यह भी कहा कि भाजपा सरकार के स्थानीय नेताओं के दवाब में पुलिस इस व्यवहार न करे। और जिले के जनप्रतिनिधि फ़ोटो की राजनीति बंद करें में खुद इस मुद्दे को विधानसभा में उठाऊंगा.