भोपाल: मध्य प्रदेश में बीते 5 महीने से खाली राज्य सूचना आयोग को एक मुख्य चुनाव आयुक्त समेत तीन सूचना आयुक्त मिल गए हैं. इनके शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन मंगलवार को राजभवन में किया गया था. जहां राज्यापाल मंगू भाई पटेल ने भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी विजय यादव को मुख्य सूचना आयुक्त और उमाशंकर पचौरी, वंदना गांधी और ओंकारनाथ सूचना आयुक्त को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान राज्यपाल ने सभी नव नियुक्त सूचना आयुक्तों को पुष्पगुच्छ भेंट कर बधाई दी.
स्पेशल डीजी से रिटायर हुए हैं मुख्य सूचना आयुक्त
बता दें कि मुख्य सूचना आयुक्त पूर्व आईपीएस हैं. वो विशेष पुलिस निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. इसके साथ ही उमाशंकर पचौरी शिक्षाविद हैं. जबकि डॉ. वंदना गांधी समाजसेवी और ओंकार नाथ सेवा निवृत्त न्यायाधीश हैं. बता दें कि मध्यप्रदेश में मुख्य सूचना आयुक्त बनने के लिए 59 और सूचना आयुक्त बनने के लिए 185 लोगों ने आवेदन किया था. इनका चयन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और मंत्री संपत्तिया उइके वाली चयन समिति ने किया है.
कोर्ट के दखल के बाद मिले सूचना आयुक्त
बता दें कि मध्य प्रदेश राज्य सूचना आयोग में 10 पद मार्च 2024 से ही खाली पड़े हैं. इसके चलते सूचना अधिकारियों और प्रथम अपीलीय अधिकारियों के विरुद्ध अपील के हजारों मामले आयोग में सुनवाई के लिए पेंडिंग में हैं. नियुक्ति में देरी का मामला हाई कोर्ट भी पहुंचा था. इसके बाद कोर्ट ने जल्द से जल्द नियुक्ति के आदेश राज्य सरकार को दिए थे.
अभी भी खाली हैं सूचना आयुक्त के 6 पद
एमपी में सूचना आयुक्त के साथ 10 सूचना आयुक्त का पद है. अभी हाल में एक मुख्य सूचना आयुक्त समेत तीन सूचना आयुक्त के नियुक्ति के बाद भी राज्य सूचना आयोग में करीब 6 पद रिक्त हैं. इनके लिए चयन समिति अलग से बैठक करेगी. अधिकारियों का दावा है कि अगले एक महीने में 3 से 4 नाम और सामने आ सकते हैं. मंगलवार को नए मुख्य सूचना आयुक्त और तीन सूचना आयुक्त द्वारा शपथ लेने के बाद वो काम शुरु कर देंगे.