Madhya Pradesh: गैस सिलेंडर में विस्फोट से गृहस्थी हुई खाक, ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं है आग बुझने के लिए अग्निसमन यंत्र…

Madhya Pradesh: श्योपुर जिले के कराहल के पनवाडा में पप्पू कुशवाह के कच्चे मकान में सुबह सिलेंडर फटने कमरे में रखी रसोई व गृहस्थी जल कर खाक हो गई.

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परिवार के सदस्य बाल- बाल बचे. सिलेंडर में आग लगती देख मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई, और लोगों की मदद से पप्पू कुशवाह समेत उसके परिवार को सकुशल घर से बाहर निकाल लिया गया, अचानक सिलेंडर फटने से किसान के कच्चे घर में आग लग गई. आग लगने से घर में रखा सामान बर्तन सहित अन्य सामान जलकर खाक हो गया.

सभी सदस्य आग लगने के समय छत पर थे जब आग की लपटें बाहर निकलने लगीं तब किसी दूसरे के मकान से शरण लेकर अपनी जान बचाई और हादसा होते- होते टल गया।सिलेंडर कैसे फटा और आग किन कारणों से लगी यह कोई जानकारी नहीं है.

ग्रामीण क्षेत्र में आए दिन आग लगने घटनाएं सामने आ रही है। लेकिन आग को काबू पाने के लिए ग्राम पंचायतों के पास कोई पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं होने से ग्रामीणों को नुकसान उठाना पड़ रहा है, आग पर काबू पाने के लिए ग्राम पंचायतों के पास कोई अग्निशमन वाहन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में ग्रामीण लोगों के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, ग्रामीणों का कहना है कि, ग्राम पंचायत स्तर पर अग्नि शमन वाहन उपलब्ध हो तो आग बुझाने में सफलता मिल सकती है.

आग बुझने के बाद पहुंचती है अग्निशमन वाहन

कराहल क्षेत्र में फैले गांवों में कहीं पर आग की घटना घटित हो जाती है तो उस पर काबू पाने के लिए श्योपुर मुख्यालय स्थित अग्निशमन यंत्र की मांग की जाती है।श्योपुर मुख्यालय से दूरी होने के कारण जब तक अग्निशमन मौके पर पहुंचती है तब तक तो काफी देरी हो जाती है। ऐसे में अग्निशमन को लेकर ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है.

ग्रामीण बन रहे हैं फायर ब्रिगेड

ग्रामीण क्षेत्रों में आग लगने के बाद तहसील प्रशासन को सूचित करते हैं ऐसे में फायरब्रिगेड घटना के एक दो घंटों बाद पहुंचती है, फायरब्रिगेड द्वारा देरी करने के कारण ग्रामीणों को स्वयं ही तरह तरह के जतन कर आग पर काबू पाना पड़ रहा है, जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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