Madhya Pradesh: मऊगंज जिले में शराब कारोबार से जुड़ी एक गंभीर और चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है. जिले की 16 से अधिक शराब दुकानों पर नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. सोम ग्रुप द्वारा संचालित इन दुकानों में न तो रेट सूची उपलब्ध है, न ही शराब एमआरपी पर बेची जा रही है। दुकानदार ग्राहकों से मनमानी कीमत वसूल रहे हैं और स्थानीय प्रशासन की चुप्पी इस अवैध वसूली पर सवाल खड़े कर रही है.
सबसे चौंकाने वाला मामला खटखरी की शराब दुकान का है, जहां कंपनी का एक कर्मचारी कैमरे के सामने ग्राहक को धमकाते हुए साफ नजर आ रहा है। सूत्रों की मानें तो इन दुकानों से प्रतिदिन लगभग 5 लाख रुपए की अवैध वसूली की जा रही है.
मामले की गंभीरता तब और बढ़ जाती है जब पता चलता है कि कुछ महीने पहले मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल ने इस अवैध दुकान को हटवाने की मांग की थी, लेकिन कार्रवाई के बजाय दुकान पहले से अधिक सक्रिय हो गई है.
सोम ग्रुप का प्रभाव केवल मऊगंज तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका जाल फूल करण सिंह, पतियारी, बहेराडाबर, बराव, पटेहरा, चौहान, डगडुआ, रामपुर, पाडर, बहुती और बंधवा जैसे दर्जनों गांवों में फैला हुआ है। यहां तक कि मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के गृह ग्राम ढेरा में भी उनके घर के पास अवैध शराब की बिक्री बेरोकटोक जारी है.