Madhya Pradesh: मऊगंज में वकीलों और पुलिस के बीच टकराव गहराया: अधिवक्ता पर अभद्रता के आरोपी थाना प्रभारी की फिर हुई वापसी, वकीलों ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन.
मऊगंज। मऊगंज में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अधिवक्ता विपिन मिश्रा के साथ अभद्रता के मामले में लाइन हाजिर किए गए थाना प्रभारी राजेश पटेल को फिर से मऊगंज थाने की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद मामला और गरमा गया है.
गौरतलब है कि 13 नवंबर को थाना प्रभारी राजेश पटेल पर अधिवक्ता विपिन मिश्रा से दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा था. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक (SP) रसना ठाकुर ने पटेल को लाइन हाजिर कर दिया था और जांच की जिम्मेदारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) अनुराग पांडे को सौंपी थी। हालांकि, जांच पूरी होने से पहले ही अनुराग पांडे का तबादला हो गया, जिससे जांच अधूरी रह गई.
इस घटना से नाराज अधिवक्ताओं ने थाना प्रभारी को हटाने की मांग करते हुए प्रशासन को दो हफ्ते का अल्टीमेटम दिया था। समय सीमा खत्म होने के बाद वकीलों ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष हरिहर शुक्ला ने कहा कि न्यायालय की व्यवस्था भी लचर हो गई है, वकीलों को न्यायालय में प्रवेश के लिए अनुमति लेनी पड़ती है, जबकि पेशी और गवाही के लिए टोकन लेना पड़ रहा है.
अधिवक्ता पंकज मिश्रा ने भी इस अव्यवस्था पर नाराजगी जताई और कहा कि, कार्यालय कक्ष की उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे वकीलों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी है कि, यदि थाना प्रभारी को जल्द नहीं हटाया गया तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे। इस विवाद ने मऊगंज में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.