Madhya Pradesh: सिंगरौली जिला मुख्यालय वैढ़न में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का प्राचार्य कक्ष अखाड़ा बन गया, दरअसल, यहां ड्रेस कोड का पालन कराने से नाराज एक छात्र संगठन के जिला पदाधिकारी ने अपने साथियों के साथ अंग्रेजी के सहायक प्राध्यापक और अनुशासन समिति के सदस्य नितेश कुमार सिंह से मारपीट की, जिससे उनके हाथ और सीने में चोट लग गई.
शोर शराबा सुनकर पहुंचे अन्य शिक्षकों ने उन्हें बचाया और प्राचार्य कक्ष से बाहर निकाला. मारपीट करने वालों ने गाली- गलौज करने के साथ प्राचार्य की टेबल पर रखा कांच भी तोड़ दिया, इसके साथ ही नितेश कुमार सिंह को जान से मारने की धमकी दी, इस पूरे वाकये के दौरान प्राचार्य के रुख को लेकर सहायक प्राध्यापकों और अतिथि विद्वानों में भारी रोष है.
वहीं इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कोतवाली में आवेदन दिया गया है, थाने पहुंचे चोटिल सहायक प्राध्यापक का पुलिस ने जिला अस्पताल में उपचार कराया। ये था पूरा घटनाक्रम नितेश कुमार सिंह द्वारा थाने में दिए आवेदन के अनुसार जब वे शाम को साढ़े पांच बजे घर जा रहे तो प्राचार्य एमयू सिद्दीकी ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाया। जब वे वहां पहुंचे तो अरुणेंद्र अपने साथियों के साथ वहां बैठा था.
उसने नितेश सिंह से अपने संगठन के सदस्य और कॉलेज के छात्र को ड्रेस में न होने पर परिसर से बाहर करने का कारण पूछा, इस उन्होंने कहाकि प्राचार्य का निर्देश है कि जो छात्र या छात्रा ड्रेस में न आए तो कॉलेज में प्रवेश न दें, जिस छात्र को बाहर किया गया उससे कहा गया कि वह ड्रेस में आया करे। इसके साथ कहाकि यदि जरूरी कार्य है तो कर लें, मगर ड्रेस में आया करें.
इसके बाद अरुणेंद्र ने गाली देते हुए नितेश कुमार सिंह का कॉलर पकड़ लिया और धक्का देकर उन्हें प्राचार्य की टेबल पर गिरा दिया। जिससे कांच टूटकर उनके हाथ में घुस गया और सीने में भी चोट लग गई, इस दौरान उसके साथियों ने भी हाथापाई की। साथ ही यह धमकी भी दी कि एससी एसटी का केस दर्ज करा देंगे। बाहर से आए हो, कायदे से नौकरी करो, नहीं तो जान से मरवा देंगे.
कार्य बहिष्कार की तैयारी में आक्रोशित कॉलेज स्टाफ
प्राचार्य कक्ष में हुई मारपीट दौरान का शोर सुनकर कक्ष में पहुंचे टीचर्स ने बीच बचाव किया और चोटिल नितेश कुमार सिंह को लेकर थाने तथा अस्पताल लेकर गए, पुलिस ने आवेदन लेकर शनिवार को प्राथमिकी दर्ज करने का आश्वासन दिया और अस्पताल में उपचार कराया, उधर घटना को लेकर स्टाफ में दहशत का माहौल है। सभी कार्य बहिष्कार की तैयारी में हैं, मालूम हो कि इसके पहले भी आरोपियों द्वारा एडमिशन करने को लेकर प्रवेश प्रक्रिया के नोडल अधिकारी के साथ प्राचार्य कक्ष में इसी तरह की अभद्रता की गई थी.