Madhya Pradesh: जनसुनवाई और शिकायत निवारण प्रणाली को लेकर प्रशासनिक सख्ती अब तेज होती जा रही है। मऊगंज जिले के कलेक्टर संजय कुमार जैन ने सीएम हेल्पलाइन से जुड़ी शिकायतों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर दो तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है, यह नोटिस तहसीलदार नईगढ़ी मणिराज सिंह बागरी और तहसीलदार मऊगंज सौरव मरावी को दिया गया है.
कलेक्टर द्वारा जारी नोटिस के अनुसार तहसीलदार नईगढ़ी मणिराज सिंह बागरी के विरुद्ध यह पाया गया कि उनके कार्यक्षेत्र में 50 दिन से अधिक समय से 267 शिकायतें लंबित थीं, जबकि मार्च माह में ही 301 नई शिकायतें दर्ज हुईं, जिन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसी तरह तहसीलदार मऊगंज सौरव मरावी पर भी गंभीर आरोप हैं। उनके यहां 50 दिन से अधिक पुरानी 433 शिकायतें लंबित थीं, साथ ही मार्च में दर्ज 326 शिकायतों पर भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई.
कलेक्टर जैन ने दोनों अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे 10 दिवस के भीतर सभी लंबित प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि तय समय सीमा में अपेक्षित कार्यवाही नहीं की गई, तो एकपक्षीय अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.
प्रशासनिक हलकों में कलेक्टर के इस निर्णय को एक बड़ा और कड़ा कदम माना जा रहा है, जिससे यह संकेत मिलता है कि जनहित के मामलों में लापरवाही अब किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कलेक्टर के इस ताबड़तोड़ एक्शन से अन्य अधिकारियों में भी सतर्कता बढ़ी है और यह संदेश गया है कि सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों की अनदेखी अब भारी पड़ सकती है.