Madhya Pradesh: राजगढ़ जिले के रिटायर्ड सैनिकों का खून उबल रहा हे ,हाथ फड़फड़ा रहे हे दुश्मनों की छाती छलनी करने के लिए इन हाथों ने बंदूकें छोड़ी हैं, चलाना नहीं भूले.” ये कहना है कि राजगढ़ जिले के पूर्व सैनिकों का. जिले के पूर्व सैनिकों ने शनिवार को कलेक्टर से मिलकर देशहित में बॉर्डर पर जाकर पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध लड़ने का दृढ़संकल्प दोहराया. इनमें कई ऐसे पूर्व सैनिक हैं जिनकी उम्र 70 साल पार हो गई यानी 20 से 25 साल पहले रिटायर हुए फौजी भी जोश से भरे हैं. इनका जज्बा देखने लायक है. सभी पूर्व सैनिकों ने कहा “सरकार जहां चाहे उनका इस्तेमाल कर सकती है.”
कलेक्टर को ज्ञापन देकर युद्ध में भाग लेने की सहमति
पूर्व सैनिकों ने बाकायदा राजगढ़ कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा. इसमें कहा गया है “वे लोग स्वेच्छा से बॉर्डर पर जाकर पाकिस्तान को फिर से सबक सिखाना चाहते हैं.” ईटीवी भारत से बात करते हुए पूर्व सैनिक छगनलाल ने कहा “वह नरसिंहगढ़ तहसील क्षेत्र से हैं. देश में बन रही आपातकाल स्थिति को देखते हुए यहां आए हैं. सरकार उन्हें जहां भी भेजेगी, वह जाने के लिए तैयार हैं. मैंने 19 साल देश की सेवा की है.” वहीं, वर्ष 2020 में रिटायर हुए हेमराज यादव ने कहा “भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के हालात निर्मित हुए हैं, ऐसे में उनका फर्ज और धर्म है कि वे लोग फौज की जिस तरीके से मदद कर सकते हैं, करें.”
राजगढ़ के पूर्व सैनिक बॉर्डर पर जाकर लड़ने को बेताब, सरकार जहां भेजना चाहे, हम दौड़कर पहुंचेंगे
पूर्व फौजियों ने कहा “हम कलेक्टर को अपनी सहमति प्रदान करने के लिए यहां आए हुए हैं. ये भी जरूरी नहीं कि हर व्यक्ति बॉर्डर पर ही लड़ाई लड़े. यदि सरकार को हमारी यहां भी किसी भी तरह से जरूरत लगती है तो हम तैयार हैं.” वर्ष 2020 में ही रिटायर हुए भागीरथ कहते हैं “केंद्र या राज्य सरकार जहां हमें भेजना चाहे, वह हम जाने के लिए और अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं.”
हम हर हालत में देश के साथ खड़े हैं
राजगढ़ जिले के इन पूर्व सैनिकों का प्रतिनिधित्व कर रहे रिटायर्ड फौजी मान सिंह यादव ने कहा “पूरे जिले के लगभग 200 से अधिक सैनिक भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं. सरकार हम लोगों को बॉर्डर पर या कही भी भेजकर जैसे चाहे वैसे हमारा इस्तेमाल कर सकती है. हम हर परिस्थिति में देश के साथ हैं.