Madhya Pradesh: रीवा स्थित अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में आज छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने कुलगुरु के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा, पुलिस ने मौके से कुछ छात्रों को हिरासत में लिया.
10 मार्च को विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती पार्क में होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसकी अनुमति सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक के लिए दी गई थी. हालांकि, कार्यक्रम के दौरान कुलगुरु ने पुलिस को बुलाकर डीजे बंद करा दिया और डीजे को जब्त करवा दिया। छात्रों का कहना है कि कार्यक्रम के संचालन में व्यवधान 12 बजे से ही उत्पन्न किया गया.
इस घटना से नाराज छात्रों ने आज विश्वविद्यालय के सभागार में चल रहे एक कार्यक्रम के दौरान कुलगुरु को घेरने का प्रयास किया। इसी बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रों को रोका और कुछ छात्रों को थाने ले गई.
छात्रों का आरोप
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का नेतृत्व कर रहे अमन सिंह बघेल ने बताया कि कुलगुरु ने होली को भारतीय संस्कृति का हिस्सा मानने से इनकार करते हुए इसे “पश्चिमी संस्कृति” का त्योहार बताया। उन्होंने कहा, “यह बयान न केवल हमारे धार्मिक विश्वासों को आहत करता है बल्कि हमारे संवैधानिक अधिकारों का भी उल्लंघन है.”
अमन सिंह ने आरोप लगाया कि कुलगुरु ने उन्हें धमकी दी और कहा कि “ज्यादा तर्क-वितर्क करोगे तो तुम्हारा जीवन समाप्त कर दिया जाएगा.”
छात्रों ने बताया कि कार्यक्रम पूरी तरह से विधि सम्मत और अनुमति के साथ आयोजित किया गया था। इसके बावजूद पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्यक्रम में बाधा उत्पन्न की.
प्रशासन ने क्या कहा
विश्वविद्यालय के कुलगुरु और प्रशासन ने आरोपों को खारिज किया है। थाना प्रभारी हितेंद्र नाथ शर्मा ने कहा, “यह विश्वविद्यालय है, जहां हर धर्म और जाति के लोग पढ़ाई करते हैं। किसी भी प्रकार का कार्यक्रम बिना पूर्व अनुमति के आयोजित नहीं किया जा सकता।” उन्होंने यह भी बताया कि डीजे की अनुमति नहीं थी, और परीक्षाओं के दौरान डीजे बजाना अनुचित है.
छात्रों की समस्त मांग
छात्रों ने कुलगुरु से स्पष्टीकरण और माफी की मांग की है। उनका कहना है कि कुलगुरु द्वारा जारी नोटिस को वापस लिया जाए और भविष्य में छात्रों के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में बाधा न डाली जाए.
आगे की कार्रवाई
पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.