Madhya Pradesh: रीवा के संजय गांधी अस्पताल में एम्बुलेंस चालक और सिक्योरिटी गार्ड के बीच जमकर बवाल

Madhya Pradesh: रीवा के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल (SGMH) में   उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब ओपीडी के मुख्य द्वार पर एक निजी एम्बुलेंस चालक और अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड के बीच तीखी बहस और हाथापाई हो गई. यह घटना अस्पताल परिसर में शराब पीने को लेकर शुरू हुई, जिसमें एम्बुलेंस चालक कथित तौर पर नशे की हालत में था। इस पूरे घटनाक्रम ने अस्पताल में मौजूद मरीजों और उनके तीमारदारों को खासा परेशान किया.

Advertisement

विवाद की जड़: अस्पताल परिसर में शराबखोरी

जानकारी के अनुसार, विवाद की शुरुआत तब हुई जब अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड ने निजी एम्बुलेंस चालक को अस्पताल परिसर के भीतर शराब पीते हुए देखा. गार्ड ने उसे ऐसा करने से रोका, जिसके बाद दोनों के बीच बहस शुरू हो गई. देखते ही देखते यह बहस गाली-गलौज और धक्का-मुक्की में बदल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एम्बुलेंस चालक स्पष्ट रूप से नशे में लग रहा था, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई.

मरीजों और तीमारदारों को हुई परेशानी

यह घटना दिन के समय हुई, जब ओपीडी में मरीजों और उनके साथ आए लोगों की अच्छी-खासी भीड़ थी। दोनों के बीच हुई इस झड़प को देखकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए। कुछ लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश भी की, लेकिन नशे में धुत एम्बुलेंस चालक और गार्ड को शांत कराना मुश्किल हो गया। इस अप्रत्याशित विवाद से अस्पताल के शांत माहौल में खलल पड़ा और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

अस्पताल के सिक्योरिटी सुपरवाइजर ने बताया, “कल रात से ही एक एम्बुलेंस चालक अस्पताल परिसर में शराब पी रहा था। जब मैंने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने मुझसे बहस करना शुरू कर दिया। उसने मुझे बाहर ले जाकर जान से मारने की धमकी दी, गाली-गलौज की और मुझ पर हमला करने की कोशिश भी शिवा द्विवेदी ने यह भी बताया कि यह पूरी घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है, जो उनके आरोपों की पुष्टि करती है.

डॉक्टर ने अधीक्षक को सौंपी शिकायत

इस घटना के बाद, महिला डॉक्टर इशिता अग्रवाल ने बताया कि उन्हें सिक्योरिटी सुपरवाइजर की ओर से एक लिखित शिकायत मिली है. इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कुछ अस्पताल कर्मचारी और निजी एम्बुलेंस चालक  मिलकर अस्पताल परिसर में शराब पी रहे थे। डॉक्टर अग्रवाल ने बताया, “मैंने इस शिकायत पर हस्ताक्षर कर इसे तत्काल अस्पताल अधीक्षक राहुल मिश्रा को भेज दिया है.

 

Advertisements