Madhya Pradesh: जबलपुर में हाईटेंशन लाइन के टावर पर ट्रक ड्राइवर का तांडव, जानिए पूरा मामला

मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक ट्रक चालक युवक ने हाईटेंशन लाइन के टावर पर चढ़कर हाई वोल्टेज ड्राम किया. ट्रक चालक युवक पहले तो अपने कपड़े उतारा औऱ फिर टावर के टॉप पर चढ़ गया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए जहा सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी ट्रक चालक युवक को समझाते रहे लेकिन वो नहीं माना. हालांकि 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद प्रशासन की टीम ने ट्रक चालक युवक को रेस्क्यू करके नीचे उतार लिया. गनीमत रही कि इस दौरान ट्रक चालक युवक को करंट नहीं लगा. बताया जा रहा है कि ट्रक का ड्राइवर है और मैनेजर के पैसे नहीं देने से नाराज था.

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10 दिन का पैसा ना देने से युवक नाराज था
पूरा मामला मोढ़ाताल थाना क्षेत्र के नगना गांव का है. जहां युवक का नाम लक्ष्मण सिंह बताया जा रहा है. युवक का कहना है कि वो एक प्राइवेट कंपनी में ट्रक चलाता है और पैसों के लेनदेन को लेकर उसका मैनेजर से विवाद हो गया था. युवक का आरोप है कि पिछले 45 दिनों से वो ट्रक लेकर बाहर था. जब वापस लौटा तो मैनेजर ने नागपुर जाने के लिए कहा और पिछले 10 दिनों का पैसा भी नहीं दिया. जिसके बाद मैनेजर से विवाद हो गया और युवक हाईवोल्टेज लाइन के टावर पर चढ़ गया.

मौत का खतरा, फिर भी नहीं डगमगाया
जिस टावर पर लक्ष्मण चढ़ा था, उसमें 1.32 लाख वोल्ट करंट था, जो घर की बिजली से 600 गुना ज्यादा होता है। इतनी तेज लाइन के पास जाने से भी जान का खतरा रहता है। लेकिन टावर में इंसुलेटर होने से बड़ी दुर्घटना टल गई। घटना के दौरान लक्ष्मण ने गुस्से में अपना मोबाइल, चश्मा और कपड़े भी नीचे फेंक दिए.

माढ़ोताल क्षेत्र में ट्रक ड्राइवर ने 125 फीट ऊंचे हाईटेंशन टावर पर चढ़ गया। ड्राइवर लक्ष्मण बमलेन जो नगना गांव का रहने वाला है, अपनी सैलरी न मिलने से नाराज था। उसने जान देने की धमकी दी और करीब साढ़े चार घंटे तक टावर पर बैठा रहा, ड्राइवर को टावर पर देख लोगों में हड़कंप मच गया, फिर ग्रामीणों ने पुलिस और बिजली विभाग को सूचना दी. इसके कुछ समय बाद विभाग के अधिकारियों ने टावर की सप्लाई बंद की और युवक को नीचे उतारा.

4 घंटे तक टावर पर चढ़ा रहा युवक
उतारने के बाद लाइनमैन और परिजनों ने मिलकर लक्ष्मण को समझाया। ट्रक चालक युवक 4 घंटे तक टावर पर चढ़ा रहा। युवक की सैलरी 11000 बताई जा रही है। जब उसने नीचे उतरने से मना कर दिया तो मौके पर पुलिस और अधिकारियों के साथ लक्ष्मण के बच्चे भी पहुंचे। आखिरकार सैलरी देने के आश्वासन पर वह रात 8:30 बजे नीचे उतरा.

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