Madhya Pradesh: मऊगंज जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जो समाज की संवेदनहीनता और इंसानियत की सच्ची तस्वीर को एक साथ उजागर करता है, ढाबा तिवरियान के पास एक तेज रफ्तार बाइक लोहे के डिवाइडर से टकरा गई, जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, हादसा होने के बाद करीब आधे घंटे तक वह युवक सड़क पर तड़पता रहा, लेकिन वहां से गुजरने वाले लोग महज़ तमाशबीन बने रहे, किसी ने भी उसे अस्पताल पहुंचाने की कोशिश नहीं की.
इसी बीच रीवा से हनुमना की ओर जा रहे यूट्यूबर प्रद्युम्न शुक्ला की नजर उस घायल युवक पर पड़ी, उन्होंने मानवता को सर्वोपरि रखते हुए तुरंत अपनी कार रोकी और बिना कोई देर किए घायल को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। प्रद्युम्न की इस पहल ने यह साबित कर दिया कि जब लोग मुँह फेर लें, तब भी एक संवेदनशील दिल इंसानियत की लौ को जलाए रखता है.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग प्रद्युम्न की सराहना कर रहे हैं। उनकी यह पहल एक प्रेरणा बन गई है कि विपरीत परिस्थिति में दूसरों की मदद करना ही सच्ची मानवता है। प्रद्युम्न ने न केवल एक युवक की जान बचाई, बल्कि समाज को यह भी याद दिलाया कि “किसी की जान बचाना सबसे बड़ा धर्म है.”
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि तकनीक और सोशल मीडिया के इस युग में भी करुणा और संवेदनशीलता की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है, प्रद्युम्न शुक्ला का यह कार्य आज के युवाओं के लिए एक मिसाल बन चुका है – कि हीरो सिर्फ फिल्मों में नहीं, सड़कों पर भी मिलते हैं.