महाकुंभ: भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद का फैसला, बसंत पंचमी पर होगा अमृत स्नान..

महाकुंभ में बुधवार तड़के संगम पर ‘भगदड़ जैसी’ स्थिति पैदा हो गई. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. आज मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र स्नान के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री उमड़ पड़े थे. बुधवार को महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान था जिसे रद्द कर दिया गया है. अब अखाड़े बसंत पंचमी वाले दिन अमृत स्नान करेंगे.

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कुंभ मेला प्राधिकरण की विशेष कार्यकारी अधिकारी अकांक्षा राणा ने कहा, ‘संगम रूट पर कुछ बैरियर्स के टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. कुछ लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनका इलाज चल रहा है.’ उन्होंने कहा कि हमें अभी तक घायलों की सही संख्या नहीं पता है.

11 से 17 नंबर पोल के बीच हुआ हादसा
घायलों को मेला क्षेत्र के सेक्टर 2 में स्थापित केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कई घायलों के रिश्तेदार भी वहां पहुंचे हैं. साथ ही कुछ वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी वहां मौजूद हैं. जानकारी के मुताबिक, हादसा संगम नोज पर 11 से 17 नंबर पोल के बीच हुआ है, जिसमें कई लोग घायल हो गए और कई अपने परिवारों से बिछड़ गए.

आज का अमृत स्नान रद्द

असम और मेघालय से आए कई परिवारों ने बताया कि भगदड़ अचानक मची. कई लोग एक साथ गिर गए जिसमें करीब 30 से 40 लोग घायल हो गए. हालांकि घायलों की संख्या अभी अपुष्ट है. महाकुंभ में संगम स्थली पर मची भगदड़ के बाद आज का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है. अखाड़ा परिषद ने यह फैसला लिया है.

बसंत पंचमी को होगा अमृत स्नान

इससे पहले मेला प्रशासन ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी से फिलहाल अखाड़ों के अमृत स्नान को रोकने की अपील की थी, जिसके बाद आज के अमृत स्नान को रद्द कर दिया गया. अखाड़े स्नान के लिए संगम पहुंचने लगे थे जो अब वापस लौट चुके हैं. अखाड़ा परिषद ने घोषणा की है कि अखाड़ों का अमृत स्नान अब बसंत पंचमी पर होगा.

महाकुंभ में मौनी अमावस्या से एक दिन पहले ही लोगों का हुजूम जुटने लगा था. प्रयागराज की सड़कों से लेकर गलियां सब फुल हैं. रेलवे स्टेशन हो या फिर बस स्टैंड, कहीं पर भी पैर रखने तक की जगह नहीं है. मौनी अमावस्या को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह कुछ ऐसा है कि वो हर तकलीफ उठाने को तैयार हैं.

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