भिलाई के सुपेला स्थित VIP कैफे पर छापा मारने के बाद दुर्ग पुलिस महादेव सट्टा ऐप से जुड़े बड़े सटोरियों तक पहुंच गई है. पुलिस ने कैफे संचालक दोनों भाइयों के बाद दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक केनरा बैंक वैशाली नगर का कर्मचारी है और दूसरा उसका सहयोगी.
हालांकि अब भी इस मामले का सबसे बड़ा आरोपी रिक्की पारख और उसका भाई पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. महादेव सट्टा ऐप से जुड़ा ये मामला कुछ महीने पुराना है, लेकिन ये VIP कैफे के आरोपियों से ही जुड़ा हुआ है.
कोसा नगर भिलाई निवासी प्रियांशु निले ने सुपेला थाने में एक लिखित शिकायत दी थी कि गुरुशरण और कुणाल सोनी नाम के दो लोगों ने उसे गुमराह करके उसके नाम पर एक बैंक खाता खोला है. उन्होंने उसके नाम की एक फर्जी सिम भी अलॉट की है. अब वे उसके खाते में लाखों का ट्रांजैक्शन कर रहे हैं.
दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने ASP सिटी सुख नंदन राठौर और CSP भिलाई नगर सत्यप्रकाश तिवारी को एक टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए थे. जांच के दौरान सूचना मिली की इस काम में केनरा बैंक का कर्मचारी संतोष कुमार कोसरे और कुणाल उर्फ कुनाल सोनी शामिल हैं.
पुलिस ने बिना देरी किए एक टीम बनाई और लक्ष्मी नगर रिसाली निवासी संतोष कुमार कोसरे (40 वर्ष) और सुपेला गदा चौक मुरुम खदान के पास राजेंद्र प्रसाद चौक निवासी कुणाल सोनी (26 वर्ष) को घेराबंदी करके गिरफ्तार किया. दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पूछताछ में संतोष कोसरे ने बताया कि वह केनरा बैंक की वैशाली नगर ब्रांच में अस्थाई कर्मचारी है. कुणाल गरीबों को गुमराह कर उन्हें 2 से 4 हजार रुपए का लालच देकर बैंक लाता था. दोनों उनके नाम से फर्जी सिम अलॉट करके फर्जी बैंक खाते खोलते थे.
इसके बाद उस खाते को महादेव सट्टा ऐप से जुड़े सटोरियों को 40 से 50 हजार रुपए में बेच देते थे. उनके बताए फर्जी खातों में अब तक महादेव ऐप के 8 से 9 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हो चुका है.