महादेव बुक ऐप के चलते एक कारोबारी ने रायपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में खुदकुशी कर ली। मृतक से एक सटोरिए ने महादेव बुक ऐप की आईडी दिलाने के लिए 15 लाख रुपए लिए थे। रकम लेने के बाद भी सटोरिए ने उसे आईडी नहीं दी और उल्टा उसे अलग-अलग नंबरों से कॉल करके जान से मारने की धमकियां देने लगे। इससे परेशान होकर युवक ने कीटनाशक पीकर खुदकुशी कर लिया। सिविल लाइन पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है। पुलिस के मुताबिक सेक्टर-2 शंकर नगर निवासी संदीप बग्गा (40) का सेकंड हैंड कार खरीदने-बेचने का कारोबार है।
9 मई को दोपहर करीब 2 बजे उसने कीटनाशक पी लिया। इसकी जानकारी उनके बड़े भाई प्रदीप बग्गा को हुई। उन्होंने उसे तत्काल डीडी नगर इलाके के जगन्नाथ अस्पताल में भर्ती कराया। उनका इलाज चल रहा था। लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। शनिवार की रात संदीप मौत हो गई। परिजनों को संदीप के कमरे से एक पेज का सुसाइड नोट मिला है। इसमें नितेश मित्तल-गुप्ता का नाम लिखा है। उसे 15 लाख देने के बाद भी महादेव ऐप की आईडी नहीं देने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है। सुसाइड लेटर को जब्त कर लिया है। उसकी जांच कराई जा रही है।
पुलिस ने नहीं लिया बयान
परिजनों के मुताबिक कीटनाशक पीने की सूचना अस्पताल में भर्ती के दौरान डीडी नगर पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस ने मृत्यु पूर्व कथन नहीं लिया। डीडी नगर पुलिस ने सिविल लाइन पुलिस को सूचना देना बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया। मौत होने के बाद रविवार को सिविल लाइन पुलिस ने जांच शुरू की।
यह है सुसाइड नोट
श्रीमान पुलिस अधीक्षक, मैं संदीप बग्गा, नितेश मित्तल-गुप्ता जिसका की महादेव बुक ऐप और लोटस बुक एंव रेड्डी ऐप का लंबा चौड़ा कारोबार है। उसने मुझसे 15-15 लाख आईडी देने के नाम पर लिए और बाद में टालमटोल करने लगा। जब मैने आईडी मांगी तो अलग-अलग नंबर से जान से मारने की धमकी देने लगा। इसलिए मैं आत्महत्या करने के लिए मजबूर हूं कृपया इसके ऊपर उचित कार्रवाई की जाय…संदीप