मैहर : मैहर की सड़कों पर इस समय एक अजीब सा महाकुंभ चल रहा है—गड्ढों का महाकुंभ! सीवर लाइन के नाम पर खोदी गई ये गड्ढे किसी तीर्थस्थल से कम नहीं, जहां श्रद्धालु नहीं, बल्कि राहगीर और वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर ‘प्रसाद’ पा रहे हैं.
बेरिकेडिंग’ कौन करे? जिम्मेदारों की आंखें बंद
मैहर के मेट्रो मिर्ची के सामने सीवर लाइन की खुदाई चल रही है, लेकिन न कोई बेरिकेटिंग, न चेतावनी पट्टी, और न ही कोई सुरक्षा व्यवस्था. जैसे प्रशासन ने जनता से कह दिया हो—”भैया, ये गड्ढे हमारी नई ‘विकास योजना’ का हिस्सा हैं, देखभाल आपकी जिम्मेदारी.
सड़क पर दौड़ते वाहन या ‘सड़क पर बिछे खतरे
इन दिनों प्रयागराज में महाकुंभ का मेला है, और भारी संख्या में चार पहिया वाहन मैहर की सड़कों पर भी दौड़ रहे हैं. लेकिन यहां हालात यह हैं कि वाहन नहीं दौड़ रहे, बल्कि गड्ढे दौड़ाने को तैयार बैठे हैं.
अब सवाल उठता है
क्या कोई हादसा होने का इंतजार किया जा रहा है? क्या नगर प्रशासन को इस अराजकता की भनक भी है?
और सबसे अहम सवाल—क्या ‘नगरपालिका अध्यक्ष’ इस पर कोई संज्ञान लेंगे?
नगर पालिका क्षेत्र में प्रशासनिक समाधि
यह मामला नगर पालिका क्षेत्र का है, इसलिए सवाल सीधे नगरपालिका अध्यक्ष से ही पूछा जाएगा. क्या निरीक्षण करने का समय मिलेगा या फिर ‘विकास’ को भगवान भरोसे ही छोड़ दिया गया है?
मैहर की जनता पूछ रही है
अब जनता के मन में सिर्फ एक ही सवाल है—हमने सड़क मांगी थी, गड्ढे नहीं. हमने विकास मांगा था, खुदाई नहीं. हमने व्यवस्था मांगी थी, लापरवाही नहीं.