प्रयागराज में मौनी अमावस्या के मौके पर मची भगदड़ बेहद दुखद है. 29 जनवरी को तड़के महाकुंभ मेले में इतनी भारी भीड़ जमा हुई कि पुलिस के भीड़ को काबू में रखना मुश्किल हो गया और भगदड़ मच गई. इस दौरान 10 लोगों के मौत की आशंका है.
भीड़भाड़ वाली जगह पर तमाम इंतजामों के बावजूद भगदड़ मचने का खतरा होता है. यूं तो ऐसे जगहों पर जाने से बचना चाहिए. लेकिन अगर इन स्थानों पर जाना ही पड़े तो आपको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि भीड़ के बीच से आप सुरक्षित निकल सकें. इसके लिए आप कुछ खास पोस्चर (शरीर की अवस्था) अपना सकते हैं.
कई बार भगदड़ मचने का खतरा होता है। वजह चाहे जो भी रहे लेकिन बहुत सारे लोग ऐसी सिचुएशन में मारे जाते है। खासतौर पर जो लोग जमीन पर गिर जाते हैं। वो लोगों के पैरों के नीचे कुचलकर मारे जाते हैं। या फिर, सांस लेने में तकलीफ होने पर भी लोग दम घुटने से मारे जाते हैं। ऐसे भीड़भाड़ वाली जगहों पर भगदड़ होने पर खास तरह के पोश्चर की मदद से खुद की जान को बचाने की कोशिश की जा सकती है। जानें कौन सी टेक्निक डॉक्टर्स भगदड़ में खुद को सेफ करने के लिए बताते हैं।
भारी भीड़ में चलने की कुछ रणनीतियां और सावधानियां इस प्रकार हैं.
स्पेस बनाएं: यदि संभव हो, तो अपने आस-पास थोड़ी सी जगह बनाए रखें. ऐसा करना मुश्किल होगा, लेकिन कोशिश करें. इससे आपको सांस लेने और निर्णय लेने में मदद मिलेगी. आप अपने हाथों को थोड़ा आगे रखकर चल सकते हैं. याद रखें स्थिति सामान्य भी हो तो भी आस-पास जगह बनाकर चलें. ये तकनीक मदगार है.
बॉक्सर पॉजिशन: अपने पैरों को थोड़ा दूरी बनाकर खड़े हों,या चलें. इससे पैर मजबूती से जमीन पर टिके रहते हैं और आप धक्का भी झेल जाएंगे. इसके अलावा दोनों हाथों को सीने के पास ऐसे टिकाएं जैसे एक बॉक्सर बॉक्सिंग की पोजीशन में खड़ा होता है. ऐसा करने से आपके सीने और लंग्स के दबने के चांस कम होंगे.
सीने को बचाने की कोशिश करें: अगर भगदड़ के दौरान बैलेंस खोकर जमीन पर गिर गए हैं तो दोनों हाथों की मदद लेने की कोशिश करें, उठने की कोशिश करें, घुटनों को मोड़े और सिकुड़कर लेट जाएं. ऐसा करने से शरीर के सेंसेटिव पार्ट यानी पेट, सीने के दबने के चांस कम हो जाते हैं. अपना हाथ या कोहनी से अपना चेहरा और सिर सुरक्षित रखें. धक्कों से बचने के लिए झुकने की आवश्यकता हो सकती है.
भीड़ के साथ चलें: अगर आप भारी भीड़ में हैं तो भीड़ की विपरीत दिशा में जाने की कोशिश न करें, इससे आप धक्का-मुक्की का शिकार हो सकते हैं. भीड़ के प्रवाह के साथ चलें और फिर धीरे-धीरे बाहर निकलने का रास्ता ढूंढें.
निकासी मार्ग ढूंढें: भीड़ से बाहर निकलने के लिए किसी भवन,स्टेज या बाड़े के किनारे की ओर बढ़ें.
ऊंचाई वाले स्थान: यदि भीड़ बहुत घनी है, तो ऊंचाई पर जाने की कोशिश करें – उदाहरण के लिए, एक सुरक्षित बिंदु पर खड़े होना या किसी उठी हुई सतह पर जाएं.
पानी पीते रहे: भीड़ वाली जगहों पर लोगों को अमूमन गर्मी का एहसास होता है. पसीना चलता है. यहां पर डिहाइड्रेशन का खतरा होता है. इसलिए पर्याप्त पेयजल का इंतजाम रखें और घूंट घूंट पानी पीते रहें.
शांत रहें: पैनिक न होने दें. शांत और सतर्क रहना बेहद महत्वपूर्ण है.
ये तो ऐसी जानकारियां हुई जो आप भीड़ में फंसने पर इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन इससे पहले की कुछ तैयारियां हैं जो आप जरूर करें.
भीड़ की जानकारी: यदि आप जानते हैं कि आप कहां जा रहे हैं, तो भीड़ की संभावना और समय के बारे में पहले से जानकारी रखें. कुछ स्थानों पर भीड़ कम होने का समय चुनें.
आपातकालीन संपर्क: अपने फोन में आपातकालीन संपर्कों को सेव रखें. जेब में कुछ ऐसे कागज रखें जिसमें आपका पता और संपर्क नंबर लिखा हो.
आपका फोन चार्ज हो.
सामान कम रखें: अगर आप भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जा रहे हैं तो सामान कम से कम रखें. इससे आपकी आधी परेशानी वैसे ही कम हो जाएगी.
मुलाकात की जगह: अपने दोस्तों या परिवार के साथ एक मुलाकात की जगह तय करें जहां आप भीड़ से बाहर निकलने के बाद मिल सकते हैं. इससे आपको भटकना नहीं पड़ेगा.
संकेतों का पालन: सुरक्षाकर्मियों या आयोजकों के दिशा-निर्देशों का पालन करें. वे आमतौर पर स्थिति को संभालने के लिए प्रशिक्षित होते हैं. भीड़ वाली जगह पर लगे दिशा निर्देशों जैसे एग्जिट, एम्बुलेंस, मेडिकल को देखें.