महाराष्ट्र की बीड से जंगलराज जैसी बर्बरता का मामला सामने आया है. यहां एक महिला वकील की बस इसलिए बेरहमी से गांव के सरपंच और उसके लोगों ने पिटाई कर दी, क्योंकि उसने लाउडस्पीकर के शोर को लेकर शिकायत की. महिला वकील को खेत में ले जाकर उसकी लाठी और लोहे की पाइप से बर्बरतापूर्ण पिटाई की गई. पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
क्या है पूरा मामला?
महाराष्ट्र के बीड जिले के अंबाजोगाई तहसील के संगाव गांव में महिला वकील ज्ञानेश्वरी अंजन के ऊपर उसके गांव के सरपंच और उसके सहयोगियों ने क्रूर हमला किया. यह हमला तब किया गया जब उसने अपने घर के सामने चल रहे लाउडस्पीकर और आटा चक्की को हटाने के लिए शिकायत दर्ज की थी, क्योंकि उनकी पुरानी माइग्रेन की समस्या से परेशानी हो रही थी.
महिला की बर्बरतापूर्ण पिटाई
रिपोर्ट के अनुसार, 16 मार्च की रात को 10 लोगों ने घात लगाकर ज्ञानेश्वरी पर हमला किया. पहले उसे खेत में ले जाया गया और फिर लोगों ने डंडों और लोहे की पाइपों से बेरहमी से मारना शुरू कर दिया. इन हमलावरों में गांव के सरपंच भी शामिल थे.
इस हमले में ज्ञानेश्वरी बुरी तरह घायल हो गईं. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है और अब वे घर पर स्वस्थ हो रही हैं.
महिला वकील की बातचीत
ज्ञानेश्वरी ने आजतक संवाददाता ओमकार वाबले से खास बातचीत की है. इस दौरान ज्ञानेश्वरी ने बताया कि उसने इस मामले में गांव के सरपंच समेत 9 सहयोगियों के खिलाफ युसूफ-वडगांव पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया है. लेकिन, पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही. बार-बार पुलिस स्टेशन जाने के बावजूद पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही.
ज्ञानेश्वरी ने दावा किया कि आरोपियों ने फिर से उसके घर के सामने फिर से आट्टा चक्की शुरू कर दिया. साथ ही माता-पिता को धमकी दी कि पुलिस के पास नहीं जाएं
इस घटना ने गांव और प्रदेश के लोगों के बीच रोष को जन्म दिया. जिसके बाद लोग न्याय की मांग कर रहे हैं. हालांकि, पुलिस के पास की गई शिकायत के बाद से ही आरोपी फरार चल रहे हैं. महाराष्ट्र में विपक्ष सत्ताधारी महयुति सरकार पर इसे लेकर लगातार हमला बोल रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की.
पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के अनुसार, इन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. अनंत रघुनाथ अंजन, सुधाकर रघुनाथ अंजन, सतीश सीताराम चव्हाण, विकास उर्फ करण सतीश चव्हाण, व्यंकति ज्ञानोबा अंजन, अंकुश बाबूराव अंजन, मृत्युंजय पांडुरंग अंजन, बालासाहेब एकनाथ उबले, महेश रामानंद गिरी और नवनाथ ज्ञानोबा जाधव