CBI ने बुधवार को महाराष्ट्र के कथित ‘बिटकॉइन घोटाले’ मामले की जांच शुरू कर दी है, जिसकी रकम 6,600 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इस मामले में दो मास्टरमाइंड्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. यह जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुरू की गई है.
ये हैं दो मास्टरमाइंड
इस मामले में दो संदिग्धों- अमित भारद्वाज और अजय भारद्वाज को मास्टरमाइंड्स के रूप में नामित किया गया है. बता दें कि अमित का हाल ही में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. वहीं अजय फरार है, जिसकी कई जांच एजेंसियां तलाश कर रही हैं.
गौरव मेहता को भी समन
सीबीआई ने गौरव मेहता को भी समन भेजा है, जो इस मामले में एक अन्य आरोपी हैं. उसे जल्द ही जांच अधिकारी के सामने पेश होने को कहा है. शुरुआत में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली, पुणे और कुछ अन्य स्थानों पर भारद्वाज बंधुओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें निवेशकों को धोखा देने का आरोप था. ईडी ने महाराष्ट्र पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज किए गए मामले के आधार पर जांच शुरू की थी.
बीजेपी ने सुप्रिया सुले पर लगाया आरोप
सीबीआई की जांच भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑडियो क्लिप्स पेश किए जाने के एक दिन बाद शुरू हुई. बीजेपी ने आरोप लगाया कि एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने एक पूर्व पुलिस आयुक्त और एक डीलर के साथ मिलकर अवैध बिटकॉइन लेनदेन में संलिप्त होकर महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (MVA) के पक्ष में चुनावी परिणाम को प्रभावित करने की साजिश रची.