ED ने 100 करोड़ रुपये के पोंजी घोटाला मामले में महाराष्ट्र के कई शहरों में छापेमारी की. ED ने गुरुवार को पुणे, नासिक और कोल्हापुर में कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान व्यवसायी विनोद तुकाराम खुटे, उसके परिवार के सदस्यों और दुबई के सहयोगी द्वारा संचालित पोंजी योजनाओं, अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार प्लेटफार्म से संबंधित ठिकानों पर छापेमारी की गई.
ED ने तलाशी अभियान के दौरान 5 करोड़ रुपये की नकदी, बैंक फंड, सावधि जमा और आभूषण जब्त किए और विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजों और डिजिटल उपकरणों के साथ उन्हें फ्रीज कर दिया. ED की एक विज्ञप्ति के अनुसार उसने भारती विद्यापीठ स्टेशन द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की. यह कार्रवाई विनोद खुटे, संतोष खुटे, मंगेश खुटे, किरण पीतांबर अनारसे, अजिंक्य बदाधे और अन्य के खिलाफ की गई. इनके खिलाफ पोंजी या मल्टी-मार्केटिंग योजनाओं और विदेशी मुद्रा व्यापार प्लेटफार्मों के नाम पर आम लोगों को धोखा देने का आरोप है. इनके खिलाफ अत्यधिक रिटर्न का वादा करके 100 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र करने का मामला है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इसमें कहा गया है कि ईडी की जांच से पता चला है कि विनोद खुटे, जो फरार है और संदिग्ध रूप से वर्तमान में दुबई में रह रहा है. वह VIPS समूह कंपनी के माध्यम से विभिन्न अवैध बहु-स्तरीय विपणन और पोंजी योजनाओं, अवैध व्यापार, क्रिप्टो एक्सचेंज का मास्टरमाइंड है. तलाशी अभियान से वितरकों के एक नेटवर्क का खुलासा हुआ जो आम जनता को फर्जी, अवैध योजनाओं, अवैध व्यापार और विनोद खुटे की गतिविधियों में निवेश करने के लिए लुभाता था.
विभिन्न फर्जी संस्थाओं के माध्यम से धन एकत्र करने और लेनदेन का एक जटिल जाल का खुलासा हुआ. इसके परिणामस्वरूप धन की निकासी और फिर क्रिप्टो और आभासी संपत्तियों में या हवाला चैनलों के माध्यम से दुबई में इसे स्थानांतरित करने का मामला सामने आया. इससे पहले इस मामले में ईडी ने तलाशी अभियान चलाया और 3 अनंतिम कुर्की आदेश जारी किए. इसके परिणामस्वरूप विनोद खुटे और उनके रिश्तेदारों की भारत और दुबई में 70.86 करोड़ रुपये की विभिन्न बैंक शेष, अचल संपत्तियों को कुर्क किया गया. ‘आगे की जांच जारी है.