विधानसभा चुनाव के नतीजों के चार दिन बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चुप्पी तोड़ी. उन्होंने बुधवार को कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भरोसा दिलाया है कि उनके उत्तराधिकारी के नाम पर बीजेपी जो भी फैसला लेगी, मैं उसका पालन करूंगा. शिंदे की घोषणा के बाद शिवसेना के नेताओं ने जोरदार मांग की कि वह मुख्यमंत्री बने रहें, क्योंकि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने उनके नेतृत्व में शानदार जीत हासिल की है.
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि शिंदे के इस कदम से नई सरकार के शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया है. संभावना है कि बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस नई सरकार की अगुआई करेंगे. ठाणे में अपने घर पर एक खचाखच भरे संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिंदे (60) ने कहा कि वह अगले मुख्यमंत्री के नाम के लिए बीजेपी नेतृत्व के फैसले का पूरी तरह से समर्थन करेंगे और इस प्रक्रिया में बाधा नहीं बनेंगे.
जल्द अपने नेताओं से मिलकर फैसला लेंगे: फडणवीस
#WATCH | Nagpur | "In our Mahayuti, there was never a difference of opinions towards one another. We have always made decisions by sitting together and we have said before elections that we will take the decision (regarding CM's post) collectively after the elections. A few… pic.twitter.com/HH7DNo3l77
— ANI (@ANI) November 27, 2024
शिंदे के बयान पर अब देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. सीएम पद पर शिंदे की दावेदारी के दावों पर उन्होंने कहा, “हमारी महायुति में कभी भी एक-दूसरे के प्रति मतभेद नहीं रहा. हमने हमेशा मिल-बैठकर निर्णय लिए हैं और हमने चुनाव से पहले कहा था कि चुनाव के बाद हम (मुख्यमंत्री पद के बारे में) सामूहिक रूप से निर्णय लेंगे. कुछ लोगों को शंका थी जिसे एकनाथ शिंदे जी ने आज स्पष्ट कर दिया है. जल्द ही हम अपने नेताओं से मिलेंगे और निर्णय लेंगे.”
बता दें कि शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था, “मैंने कल प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को फोन किया और उनसे कहा कि वे (मुख्यमंत्री पद कौन होगा) फैसला करें और उन्हें आश्वासन दिया कि वे जो भी फैसला लेंगे, मैं उसका पालन करूंगा. हमारी शिवसेना महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के नाम के बीजेपी के फैसले का पूरा समर्थन करेगी. हमारी तरफ से कोई गतिरोधक नहीं है.”
1 दिसंबर को सीएम के शपथ लेने की संभावन: अजित पवार
उधर, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने संवाददाताओं से कहा कि नए मुख्यमंत्री के 30 नवंबर या 1 दिसंबर को शपथ लेने की संभावना है. उन्होंने कहा कि नई सरकार में दो उपमुख्यमंत्री होंगे. शिंदे ने उन खबरों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के उनके नेतृत्व में शानदार जीत हासिल करने के बावजूद उन्हें दूसरा कार्यकाल नहीं मिलने से निराशा हुई है. उन्होंने कहा, “कोई भी नाराज नहीं है. हमने महायुति के तौर पर काम किया है.”
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें दूसरा कार्यकाल नहीं मिलने से निराशा हुई है, शिंदे ने कहा, “ऐसी कोई बात नहीं है. आपको याद रखना चाहिए कि बीजेपी ने मुख्यमंत्री के तौर पर मेरे कार्यकाल का समर्थन किया था. कल दिल्ली में अमित भाई (शाह) के साथ बैठक होगी और सभी संबंधित निर्णय वहीं लिए जाएंगे. नई सरकार बनाने की रूपरेखा को दिल्ली में बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा. मैं हाल के विधानसभा चुनावों में इस शानदार जीत के लिए एक बार फिर महाराष्ट्र के लोगों और मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं.”