महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले के कन्नड तहसील में हुई एक दिल दहला देने वाली हत्या ने पुलिस की नींद उड़ा दी. गौताला जंगल की 100 फीट गहरी खाई में 3 सितंबर को एक सिर कटी लाश मिली, जिसकी हालत इतनी खराब थी कि पहचान असंभव लग रही थी. पुलिस ने इलाके की तलाशी ली और थोड़ी दूरी पर एक कटा हुआ सिर भी बरामद किया.
जांच के दौरान शव के जबड़े में लगी एक ‘जॉ फ्रैक्चर क्लिप’ पुलिस के लिए सबसे अहम सुराग साबित हुई. अस्पताल के रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि यह क्लिप जुलाई 2023 में एक एक्सीडेंट पीड़ित युवक के इलाज के दौरान लगाई गई थी. इसी से शव की पहचान 28 वर्षीय निलेश सुर्यवंशी, निवासी चालीसगांव, के रूप में हो सकी.
एसपी विनय कुमार राठौड़ ने बताया कि निलेश कई दिनों से लापता था और उसकी गुमशुदगी दर्ज थी. जांच का दायरा बढ़ाते हुए पुलिस ने निलेश के दोस्त श्रवण धनगर को हिरासत में लिया. कड़ी पूछताछ में श्रवण ने कबूल किया कि आपसी विवाद और धमकियों के चलते उसने हत्या की साजिश रची. श्रवण ने निलेश को जंगल में बुलाकर कुल्हाड़ी से हमला किया और फिर सिर धड़ से अलग कर शव को खाई में फेंक दिया.
इसके बाद बदबू फैलने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी और इस तरह वारदात का खुलासा हुआ. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है. यह मामला मेडिकल सबूत और तकनीकी जांच से हत्या की गुत्थी सुलझाने का उदाहरण बन गया है.