महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी से उद्धव ठाकरे गुट के बाहर निकलने को लेकर सियासी गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं. इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ऐसी खबरों को निराधार बताया है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या हमारे पार्टी के किसी नेता ने आपसे इस बारे में कुछ कहा है?
उद्धव गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने महायुति पर आरोप लगाते हुए कहा, ”महायुति के महाझूठे लोग बैठकर जो रूमर मशीन सोशल मीडिया के माध्यम से चलाते हैं. मैं फिर से कहूंगी कि आपलोग उससे बचकर रहिए. सावधान रहिए. उनका एजेंडा अपना एजेंडा मत बनाइए.”
मुझे नहीं पता कि ये बात कहां से आ रही- प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आगे कहा, ”अगर हम आकर कहें तो हमसे ये सवाल करें तो ये लाजिमी है. ये बात कहां से आ रही है? दिल्ली में प्रधानमंत्री के ऑफिस से आ रही हैं. या फिर पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के ऑफिस से निकलकर सामने आ रही है. जब उनसे कहा गया कि आपके ही नेता ने ये बात कही. इस पर उन्होंने कहा, ”मुझे नहीं पता कि ये बात कहां से आ रही है.”
पार्टी और महाराष्ट्र के हित में ही निर्णय होगा- प्रियंका चतुर्वेदी
उन्होंने ऐसी अफवाहों का खंडन करते हुए कहा, ”इंडिया अलायंस की मीटिंग में संजय राउत गए हैं. आज झारखंड में शपथग्रहण समारोह होने जा रहा है, उसमें हमलोग साथ में हैं. तो ये अफवाहें कहां से आ रही हैं मुझे इसके बारे में नहीं पता है. लेकिन आपको ये विश्वास दिला दूं कि हमारे पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी पार्टी नेतृत्व के साथ बैठकर जो भी निर्णय लेंगे वो पार्टी के हित में और महाराष्ट्र के हित में लेंगे.
महाराष्ट्र में रिजल्ट चौंकाने वाले आए हैं- प्रियंका चतुर्वेदी
जब उनसे पूछा गया कि उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेताओं या कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में क्या इस तरह की कोई चर्चा हुई है? अगर बैठक हुई होगी तो आप भी उसमें मौजूद रही होंगी? इस सवाल पर उन्होंने कहा, ”लगातार बैठक चल रही है क्योंकि जो रिजल्ट आए हैं वो बेहद ही चौंकाने वाले आए हैं. अब तक जनता भी उस पर विश्वास नहीं कर पा रही है. जनता की अगर हमसे अपेक्षा होगी कि वो लड़ाई हम लड़ें तो हमारी पार्टी उसके लिए प्रतिबद्ध हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने हमेशा चाहे पावर में रही हो या नहीं, महाराष्ट्र का हित सबसे ऊपर रखा है. बीएमसी चुनाव भी महाविकास अघाड़ी एकसाथ मिलकर लड़ेगा या अलग-अलग? इस पर उन्होंने कहा, ”इस मुद्दे पर मैं आपसे अभी कोई बात नहीं कर पाऊंगी. फूट डालने वाली राजनीति से हमें बचकर रहना चाहिए.