उत्तर प्रदेश : इटावा में समाजवादी पार्टी के द्वारा कार्यालय पर महाकवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती के मौके पर यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां सपा जिला अध्यक्ष ने फोटो पर माल्यार्पण अर्पित करते हुए वाल्मीकि की जयंती मनाई.
सपा कार्यालय पर जयंती पर हुई बैठक
इटावा जिले में समाजवादी पार्टी के द्वारा महापुरुषों की जयंती समय-समय पर मनाई जाती है और उनके द्वारा बताए गए रास्ते को लेकर चलने की बात कही जाती है. ऐसा ही कुछ गुरुवार को देखने को मिला जहां पर सपा कार्यालय पर महाकवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती के मौके पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप शाक्य बबलू और उनके पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे.
रामायण की महर्षि वाल्मीकि ने की रचना
समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप शाक्य बबलू ने बताया कि सर्वप्रथम संस्कृत में रामायण की रचना की उन्होंने सूर्य, चंद्रमा, और नक्षत्रों का भी पूर्ण ज्ञान था उन्होंने प्रभु और ज्ञान की प्राप्ति के लिए कठिन तपस्या की थी, उनका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है. एक बार उनकी मुलाकात महान ऋषि नारद मुनि जी से हुई उन्होंने अपने कर्तव्यों की उनसे चर्चा की नारद जी के शब्दों से प्रेरित होकर उन्होंने तपस्या की और मरा शब्द का जाप किया जैसे जैसे उन्होंने कई वर्षों तक तपस्या की मरा शब्द राम बन गया नारद जी से ही उन्होंने शास्त्रों की शिक्षा ली थी.
इस बैठक में मुख्य रूप से जिला महासचिव वीरू भदौरिया जी, उपाध्यक्ष आशीष राजपूत, अनवर हुसैन, सर्वेश शाक्य, उदयभान सिंह यादव, पं रतन चौधरी, के के यादव , ब्रजवीर सिंह लाला, राजपाल यादव, नफीसूल हसन अंसारी, प्रवक्ता विक्की गुप्ता, अब्दुल अंसारी, फरियाद भारती, दीपी सिंह ,समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.