लखनऊ: बीते 9 मई को बिरला ओपन माइंड इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल को आई धमकी भरी मेल की जांच में यूपी एटीएस और पुलिस की टीम को हैरान करने वाली जानकारी हाथ लगी है. जांच में पता चला कि एक करोड़ रुपये की रकम नहीं देने पर स्कूल को बम से उड़ने की धमकी भरा मेल पुणे की रहने वाली 12 साल की एक बच्ची ने भेजा था. उसने यह मेल एक गेमिंग एप में दिए गए टास्क को पूरा करने के लिए भेजा था.
सबसे अहम बात कि इस 12 साल की लड़की की गेमिंग चैट ग्रुप में सीरिया का भी कनेक्शन सामने आया है. ऐसे में यूपी एटीएस और लखनऊ पुलिस बारीकी से तहकीकात कर रही है कि कहीं इस धमकी भरी मेल के पीछे बच्चे और उनके गेमिंग एप को चेहरा बनाकर कोई आतंकी संगठन तो अपने मंसूबों का ट्रायल तो नहीं कर रहा है.
दरअसल, 10 मई की सुबह लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र स्थित ओपन माइंड इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में अचानक बच्चों की छुट्टी कर दी गई थी. उधर, लखनऊ पुलिस में हड़कंप मच गया जब पता चला कि 9 मई की रात स्कूल के एडमिशन इंक्वायरी मेल आईडी पर बम ब्लास्ट की धमकी का मेल आया है.का मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी? खुद बताई ये वजह
[email protected] से स्कूल के [email protected] आईडी को भेजे मेल में एक सप्ताह में एक करोड़ नहीं देने पर जुलाई महीने में बम ब्लास्ट की धमकी दी गई थी. जिसपर स्कूल के डायरेक्टर चक्रधारी पांडे की तरफ से एफआईआर दर्ज करवाई गई.
मामला एक करोड़ की रंगदारी और स्कूल को बम से उड़ने की धमकी का था, लिहाजा लखनऊ पुलिस के साथ-साथ यूपी एटीएस की टीम को भी लगाया गया. एटीएस ने तहकीकात शुरू की तो पूरा मामला वीपीएन सर्वर पर बनाए गए गेमिंग एप का था. गेमिंग चैट ऐप DISCORD के जरिए कुछ बच्चे जुड़े थे. इसी में पुणे की रहने वाली एक 12 साल की लड़की ने गेमिंग चैट ऐप में मिले टास्क को पूरा करने के लिए ईमेल स्कूल को भेजा था.
एटीएस की टीम ने पुणे जाकर लड़की से जानकारी जुटाई तो पता चला जो धमकी भरा मेल स्कूल को भेजा गया था उसको लड़की के गेमिंग पार्टनर ने ड्राफ्ट कर भेजा था, सिर्फ उसने मेल स्कूल को भेजा था. इस DISCORD के चैट ऐप में ग्रुप्स बने हैं. जिस ग्रुप में पुणे की लड़की शामिल है उसमे कुल 4 मेंबर ही हैं. जिसमें से 2 भारतीय और एक स्पेन और एक माल्टा के मेंबर हैं.
विदेश से चलाए जा रहे इस गेमिंग चैट ऐप में विदेशी लोगों का होना और फिर धमकी का आना, यूपी एटीएस को खटक गया है. गहराई से तहकीकात की गई तो स्पेन का ग्रुप मेंबर का सीरिया से कनेक्शन है. इलेक्ट्रॉनिक फुटप्रिंट को खंगालने के बाद इस ग्रुप में सीरिया कनेक्शन एटीएस के हाथ लगा है.
यूपी एटीएस को शक है कि जो मेंबर खुद को स्पेन का बता रहा है वो दरअसल सीरिया का रहने वाला है. एटीएस को शक है कहीं किसी जिहादी मानसिकता से जुड़े व्यक्ति ने तो इस गेमिंग एप में बच्चों को मोहरा तो नहीं बनाया. पूछताछ में पुणे के रहने वाली लड़की ने बताया कि वह जब अपने एक दूसरे भारतीय ग्रुप मेंबर से बात कर रही थी तो उन दोनों के बातचीत की चैट का स्क्रीन शॉट इस सिरीयाई मेंबर ने उसे भेजा था.
इस स्क्रीन शॉट को देख एटीएस का माथा ठनका है कि कहीं यह सीरियाई ग्रुप मेंबर खुद को स्पेनिश और फिर भारतीय बनकर दो आईडी से तो लड़की को मोहरा नहीं बना रहा है. फिलहाल तहकीकात जारी है. लखनऊ पुलिस के साथ यूपी की एटीएस तार-तार से जोड़ रही है.