उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक हैरान करने वाली घटना वाली सामने आई है, जहां 5 दिन की एक बच्ची की धूप में रखने से मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की सलाह पर बच्ची को धूप में रखा था. बच्ची की मौत के बाद डॉक्टर अस्पताल छोड़कर फरार हो गए. फिलहाल, CMO के निर्देश पर निजी अस्पताल को सील कर दिया गया है.
दरअसल, पूरा मामला मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र का है. यहां के ग्राम भुगाई निवासी विमलेश कुमार की पत्नी रीता ने शहर के राधारमण रोड पर स्थित सांईं अस्पताल में पांच दिन पूर्व ऑपरेशन से एक बच्ची को जन्म दिया था. बच्ची को थोड़ी दिक्कत थी तो अस्पताल के डॉक्टर ने बच्ची को आधा घंटा धूप में रखने की सलाह दी थी.
परिजनों की माने तो उन्होंने लगभग साढ़े ग्यारह बजे मासूम बच्ची को अस्पताल की छत पर धूप खाने के लिए रखा था. लेकिन धूप इतनी तेज थी कि कुछ ही देर में बच्ची की हालत बिगड़ गई. 12 बजे के करीब परिजन उसे धूप से उठाकर नीचे ले आए. मगर इसके थोड़ी ही देर बाद बच्ची की मौत हो गई.
दरअसल, पूरा मामला मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र का है. यहां के ग्राम भुगाई निवासी विमलेश कुमार की पत्नी रीता ने शहर के राधारमण रोड पर स्थित सांईं अस्पताल में पांच दिन पूर्व ऑपरेशन से एक बच्ची को जन्म दिया था. बच्ची को थोड़ी दिक्कत थी तो अस्पताल के डॉक्टर ने बच्ची को आधा घंटा धूप में रखने की सलाह दी थी.
परिजनों की माने तो उन्होंने लगभग 11:30 बजे मासूम बच्ची को अस्पताल की छत पर धूप खाने के लिए रखा था. लेकिन धूप इतनी तेज थी कि कुछ ही देर में बच्ची की हालत बिगड़ गई. 12 बजे के करीब परिजन उसे धूप से उठाकर नीचे ले आए. मगर इसके थोड़ी ही देर बाद बच्ची की मौत हो गई.
बच्ची की मौत से गुस्साए परिजनों ने विरोध शुरू किया तो डॉक्टर अस्पताल छोड़कर भाग गया. आरोप है कि अस्पताल स्टाफ ने मृतक बच्ची की मां को भी बाहर निकल दिया. फिलहाल, पीड़ित परिजनों की शिकायत पर मैनपुरी के CMO डॉ आरसी गुप्ता ने टीम भेजकर अस्पताल को सील कर पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं.
वहीं, ये घटना इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच के बाद ही सामने आएगा कि मासूम की मौत का असल कारण क्या है. लेकिन जन्म के चंद दिनों बाद ही बच्ची को खोने वाले दंपती का रो-रो कर बुरा हाल है.