असम में एक डरावनी घटना हुई है. यहां मेघालय बॉर्डर से से सटे उमरांगसो दीमा हसाऊ की एक कोयला की खदान में अचानक से पानी भर गया. घटना के वक्त खदान के अंदर दर्जनों की संख्या में मजदूर काम कर रहे थे. गनीमत रही कि कुछ मजदूर समय रहते बाहर निकल आए, लेकिन अभी करीब एक दर्जन मजदूरों के फंसे होने की आशंका है. सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ एवं जिला प्रशासन की टीमों ने खदान के अंदर फंसे मजदूरों को बचाने की कोशिशें तेज कर दी है.
इसी क्रम में सीएम हिमंत विश्वा सरमा ने घटना पर दुख जताते हुए सभी मजदूरों के सुरक्षित वापसी की कामना की है. घटना सोमवार की दोपहर की है. बताया जा रहा है कि यह खदान करीब 300 फुट गहरी है और इसमें 100 फुट से अधिक पानी भर चुका है. मुख्यमंत्री हिमंत विश्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि अभी तक साफ नहीं हो सका है कि कुल कितने मजदूर खदान के अंदर फंसे हैं. हालांकि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें खदान में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए व्यापक तैयारी कर रही है.
Assam | In response to a tragic incident at a coal mine in the remote “3 Kilo” area of the Dima Hasao region, close to the Assam-Meghalaya border, the Indian Army has launched a swift Humanitarian Assistance and Disaster Relief (HADR) mission to aid in rescue operations. The… pic.twitter.com/FULu7E2WzB
— ANI (@ANI) January 7, 2025
ये मजदूर फंसे
उन्होंने सभी मजदूरों की सुरक्षित वापसी के लिए भगवान से प्रार्थना की. सीएम ने सोशल मीडिया पर ही नौ मजदूरों की लिस्ट जारी की है. कहा कि अभी तक इन्हीं नौ मजदूरों के फंसे होने की पुष्टि हुई है. मुख्यमंत्री द्वारा जारी की गई लिस्ट के मुताबिक खदान के अंदर नेपाल के रहने वाले मजदूर गंगा बहादुर श्रेठ के अलावा आसाम के रहने वाले हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सरपा बर्मन, मुस्तफा सेखऔर कुशी मोहन राय खदान के अंदर फंसे हैं. इसी प्रकार पश्चिम बंगाल के जलपाई गुड़ी पश्चिम बंगाल के रहने वाले संजीत सरकार के अलावा असम के लिजन मागर और सरत गोयरी भी शामिल हैं.
राहत व बचाव कार्य में जुटी टीमें
इन सभी मजदूरों के नाम की पुष्टि हो गई है. बाकी मजदूरों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक खदान के अंदर 15 मजूदरों के फंसे होने का अंदेशा है. हालांकि बाकी के छह मजदूर कौन हैं, इसकी पुष्टि बाकी है. उधर, एसपी मयंक कुमार झा ने बताया कि चैलेंजिंग परिस्थिति के बावजूद राहत व बचाव टीमें पूरी ताकत के साथ काम कर रही हैं. पूरी कोशिश है कि खदान में फंसे सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाए.