इटावा: इटावा जिले में अवैध नशीले पदार्थों के खिलाफ चल रही जंग में एक बड़ी सफलता मिली है. बसरेहर थाना क्षेत्र के सरैया गांव में आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस ने एक संयुक्त और ताबड़तोड़ अभियान चलाकर वर्षों से पनप रहे अवैध ताड़ी कारोबार के साम्राज्य को ध्वस्त कर दिया. इस व्यापक कार्रवाई के दौरान ताड़ के पेड़ों पर लगे सैकड़ों से अधिक मटके उतरवाकर मौके पर ही नष्ट कर दिए गए, जिससे अवैध ताड़ी उत्पादन का बड़ा जरिया खत्म हो गया. इतना ही नहीं, करीब डेढ़ दर्जन ताड़ के पेड़ों के तनों को काटकर ताड़ी के उत्पादन पर स्थायी रोक लगाई गई, जिससे भविष्य में भी इन पेड़ों से नशे का कारोबार न किया जा सके.
यह कार्रवाई आबकारी आयुक्त के कड़े निर्देशों के बाद की गई थी, जिसमें आबकारी निरीक्षक जगदम्बिका प्रसाद सिंह और बसरेहर थाना प्रभारी सौरभ तालियान की टीमें सक्रिय रूप से शामिल रही. जैसे ही पुलिस और आबकारी विभाग की टीमों ने गांव में दस्तक दी, अवैध कारोबार में लिप्त लोगों में हड़कंप मच गया. स्थिति का अंदाजा लगाते हुए सभी आरोपी मौके से फरार हो गए, जिससे अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा सका.
आबकारी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, सरैया गांव में मई से जुलाई के महीनों के बीच ताड़ी का अवैध कारोबार अपने चरम पर पहुंच जाता है। यह न केवल गांव के निवासियों के लिए गंभीर परेशानियां खड़ी करता है, बल्कि इस नशे के कारण राहगीरों की सुरक्षा भी लगातार खतरे में बनी रहती है। विभाग की रिपोर्ट बताती है कि इस क्षेत्र में कुल साढ़े तीन सौ से अधिक ताड़ के पेड़ हैं, जिनमें से लगभग आधा सैकड़ा पेड़ों का इस्तेमाल सक्रिय रूप से ताड़ी निकालने के लिए किया जा रहा था. इन पेड़ों से बड़े पैमाने पर अवैध ताड़ी का उत्पादन कर इसकी बिक्री की जा रही थी.
निरीक्षक जगदम्बिका प्रसाद सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जिन पेड़ों से बड़े पैमाने पर ताड़ी उतारी जा रही थी, उनमें से लगभग दो दर्जन पेड़ों के तनों की कटाई की जा चुकी है, जिससे उनसे ताड़ी का उत्पादन पूरी तरह बंद हो गया है. उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि बाकी बचे पेड़ों पर भी जल्द ही इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी. ताकि इस पूरे क्षेत्र को अवैध ताड़ी मुक्त बनाया जा सके. सिंह ने विशेष रूप से यह भी चेताया कि ताड़ी जैसे नशीले पदार्थों में अक्सर मिलावट की संभावना अधिक रहती है, जिससे इनका सेवन करने वाले उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर गंभीर और जानलेवा असर पड़ सकता है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने इस सफल अभियान पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्पष्ट किया कि पुलिस और आबकारी विभाग द्वारा की गई यह कार्रवाई एक मजबूत संदेश है. उन्होंने दोहराया कि नशे के अवैध धंधे को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि नशे के अवैध कारोबारियों के खिलाफ इस तरह के लगातार अभियान पूरे जिले में जारी रहेंगे ताकि, नशे को जड़ से खत्म किया जा सके और एक अपराध मुक्त समाज की स्थापना की जा सके.