गौरेला पेंड्रा मरवाही : जिले में एक प्रधान पाठक और दो सहायक शिक्षिकाओं को लंबे समय से स्कूलों में अनुपस्थित रहने पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. यह कदम शिक्षा विभाग द्वारा लगातार अनुशासनहीनता और अनुपस्थिति के कारण उठाया गया. कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी के अनुमोदन के बाद जिला शिक्षा अधिकारी जगदीश शास्त्री ने यह कार्यवाही की.
पूरा मामला:
गौरेला विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला डोंगरगढ़ी में प्रधान पाठक के पद पर पदस्थ गौरी शंकर दिनकर 18 जून 2014 से लगातार बिना पूर्व सूचना या अनुमति के अनुपस्थित थे. इस मामले में विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने 22 जुलाई 2015, 14 जुलाई 2016 और 21 फरवरी 2017 को उन्हें नोटिस जारी किए, लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला. इसके बाद 15 अक्टूबर 2024 को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से एक अंतिम नोटिस भेजा गया, जिसे स्थानीय समाचार पत्र में प्रकाशित भी किया गया. निर्धारित समय सीमा में कोई जवाब न मिलने पर उन्हें शासकीय सेवा में रुचि न होने के कारण बर्खास्त कर दिया गया.
इसी तरह, पेंड्रा विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला बारीउमराव में सहायक शिक्षक रानू मसराम 29 जून 2023 से अनुपस्थित थीं. इस मामले में विकासखंड शिक्षा अधिकारी पेंड्रा ने 20 सितंबर 2023 और 11 दिसंबर 2023 को नोटिस जारी किए थे, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर 15 अक्टूबर 2024 को एक अंतिम नोटिस भेजा गया. इसके बावजूद कोई जवाब न मिलने पर रानू मसराम की सेवाएं समाप्त कर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया.
वहीं, निवेदिता लदेर, सहायक शिक्षक एलबी प्राथमिक शाला कोटमीकला, विकासखंड पेंड्रा, 1 जुलाई 2022 से अनुपस्थित थीं. इस संबंध में 24 फरवरी 2022 और 21 मार्च 2024 को नोटिस जारी किए गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर 15 अक्टूबर 2024 को उन्हें भी बर्खास्त कर दिया गया. सभी आदेशों का कलेक्टर लीना मंडावी ने अनुमोदन किया है, और यह कार्रवाई सरकारी कर्मचारियों द्वारा कर्तव्यों में लापरवाही के खिलाफ सख्त संदेश देती है.