क्राइम ब्रांच और पनागर-शहपुरा थाना की बड़ी कार्रवाई: जबलपुर में 16 चोरी की दोपहिया वाहन बरामद, 9 आरोपी गिरफ्तार

जबलपुर: जिले में दोपहिया वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के निर्देश पर क्राइम ब्रांच, पनागर थाना और शहपुरा थाना की टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 6 शातिर वाहन चोरों और चोरी के वाहन खरीदने वाले 3 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके कब्जे से करीब 12 लाख रुपये मूल्य के 16 चोरी के वाहन बरामद किए हैं.

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एसपी सम्पत उपाध्याय ने जिले के सभी राजपत्रित अधिकारियों और थाना प्रभारियों को निर्देश दिए थे कि संपत्ति संबंधी अपराधों में शामिल पुराने अपराधियों, जेल से रिहा हुए व्यक्तियों और संदिग्धों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जाए और पूछताछ कर चोरी गए माल की बरामदगी सुनिश्चित की जाए. विशेष सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच और पनागर थाना की टीम ने मोह. आदिल (23) निवासी नेता कॉलोनी आधारताल को चोरी की मोटरसाइकिल एमपी 20 एमव्ही 2768 के साथ गिरफ्तार किया. पूछताछ में आदिल ने खुलासा किया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर जबलपुर के विभिन्न क्षेत्रों से कई वाहन चुराए और उन्हें सस्ते दामों में बेच दिया.

जांच में पता चला कि आदिल ने साथी मेहराज के साथ मिलकर गोरखपुर और माढ़ोताल से स्कूटर चोरी कर सद्दाम उस्मानी को बेचे. साथ ही साथी सुदामा बर्मन के साथ भेड़ाघाट और गोरा बाजार से वाहन चोरी कर ओम बेन को बेचे. इसके अलावा एक नाबालिग के साथ मिलकर ग्वारीघाट और माढ़ोताल से स्कूटर चोरी कर शाहिद खान को बेचे. इन आरोपियों से कुल 8 चोरी के वाहन बरामद किए गए. वहीं 20 जून 2025 को वकील चौधरी नामक व्यक्ति ने मोटरसाइकिल चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जांच के दौरान आरोपी रविंद्र उर्फ सागर गोटिया (18) को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसने अपने नाबालिग साथी के साथ मिलकर एक वर्ष में 5 वाहन चोरी करने की बात स्वीकार की.

इनकी निशानदेही पर विराट कॉलोनी के एक खंडहर में छिपाए गए 2 मोटरसाइकिल में होंडा साइन, हीरो स्प्लेंडर, 3 स्कूटर में दो होंडा एक्टिवा और एक सुजुकी एक्सिस बरामद किए गए. वहीं अब तक कुल 16 दोपहिया वाहन बरामद किए. इन आरोपियों के खिलाफ जबलपुर के विभिन्न थानों (पनागर, सिहोरा, माढ़ोताल, गढ़ा, गोराबाजार, भेड़ाघाट, ग्वारीघाट, गोरखपुर, शहपुरा) में चोरी के प्रकरण दर्ज हैं.

गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध धारा 303(2), 317(2) बीएनएस और धारा 35(1) बीएनएसएस के तहत प्रकरण दर्ज किए गए हैं. पुलिस अब शेष वाहन मालिकों का पता लगाने और चोरी की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है.

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