जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में दो विस्फोटक उपकरणों की बरामदगी के मामले में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन ओवर ग्राउंड संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि लगभग छह किलोग्राम वजन वाले विस्फोटक उपकरण को रविवार को बरामद किया गया था जिसे नष्ट कर दिया गया है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारी ने कहा, ‘3 जून को लश्कर कमांडर रेयाज डार और उसके सहयोगी रईस डार की मौत के बाद आगे की जांच के दौरान, पुलिस ने मारे गए आतंकवादियों के ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) नेटवर्क से विस्फोटक बरामद किए है.’
उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों को आश्रय और रसद सहायता प्रदान करने के लिए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि अभी दो दिनों पहले ही जम्मू-कश्मीर के रियासी इलाके में तीर्थयात्रियों से भरी बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था जिसके बाद अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई थी.
रियासी में आतंकियों की घेराबंदी
9 जून की शाम को बस पर आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी. अब तीर्थ यात्रियों पर हमला करने वाले गुनहगारों की तलाश सुरक्षाबलों ने तेज कर दी है. सेना और CRPF की 11 टीमें ऊपरी पहाड़ी इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन चला रही हैं. पाकिस्तान समर्थित आतंकियों को खत्म करने के लिए मिशन मोड में कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हमले के बाद आतंकी जंगल की तरफ भागे थे. ऐसे में रियासी के जंगल को घेर लिया गया है. वहां कमांडो और ड्रोन भी उतारे गए हैं.
तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकवादी हमले में करीब 41 लोग हमले में घायल भी हो गए थे. तीर्थयात्रियों की बस शिव खोड़ी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर के बेस कैंप कटरा की ओर लौट रही थी. जंगल में छिपे आतंकवादियों ने बस पर घात लगाकर हमला किया था. आतंकियों ने पहले बस के ड्राइवर को गोली मारी, जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया और बस खाई में जा गिरी. इस हमले में बस के ड्राइवर और कंडक्टर की भी मौत हो गई थी.