सहारनपुर: जमीन के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. सम्राट विक्रम कॉलोनी निवासी इस्तखार अहमद ने शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर पंजाब नेशनल बैंक, दिल्ली रोड शाखा के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों पर भू-माफियाओं से मिलीभगत कर उनकी संपत्ति हड़पने का गंभीर आरोप लगाया.
इस्तखार अहमद ने बताया कि उन्होंने अपनी फर्म फेमस स्पोर्ट्स, चिलकाना रोड के नाम से बैंक से 26 लाख रुपये का लोन लिया था. कोरोना काल में खाता एनपीए घोषित हो गया, लेकिन उन्होंने लगातार किस्तें जमा कर पूरी राशि चुका दी. इसके बाद बैंक ने उन्हें नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी जारी किया. इसके बावजूद बैंक के कुछ कर्मचारी भू-माफियाओं के साथ मिलकर उनकी संपत्ति पर कब्जा करने की साजिश रच रहे हैं.
उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्होंने डीआरटी कोर्ट देहरादून में याचिका दाखिल की थी, जहां उन्हें राहत मिली और बैंक की नीलामी प्रक्रिया रद्द कर दी गई. बावजूद इसके, बैंक कर्मचारियों और भू-माफियाओं ने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में गलत तथ्यों के आधार पर याचिका दायर की. सुप्रीम कोर्ट में भी उनकी संपत्ति को कब्जे में दिलाने का आदेश पास हो गया, जो उनके अनुसार पूरी तरह तथ्यात्मक रूप से गलत और विधि विरुद्ध है. इस्तखार अहमद ने जिलाधिकारी और एसपी से मामले की गहन जांच कराने और उनके खिलाफ चल रही कार्रवाई को रोकने की मांग की. उन्होंने प्रेस वार्ता कर मीडिया के सामने सभी दस्तावेज रखे और बैंक पर धोखाधड़ी व साजिश रचने के गंभीर आरोप लगाए.
उन्होंने कहा कि बैंक की मनमानी और षड्यंत्र के कारण उनका परिवार मानसिक रूप से परेशान है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते न्याय नहीं मिला, तो वे इस मामले को लेकर बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाने के लिए मजबूर होंगे. इस पूरे मामले ने सहारनपुर में बैंकिंग व्यवस्था और भू-माफियाओं के साथ मिलीभगत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच एजेंसियों से जल्द निष्पक्ष और कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है.