मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गढ़रा गांव में हुए दोहरे हत्याकांड और पुलिस टीम पर हमले के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की है.अब तक 40 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि एक दर्जन से अधिक आरोपी फरार हैं.
सोमवार को गिरफ्तार किए गए आठ आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. पुलिस ने मुख्य आरोपी विनोद कोल की मां को प्रयागराज से गिरफ्तार किया, जिस पर ₹10,000 का इनाम था. इसके अलावा, पुलिस ने बनारस और प्रयागराज में छापेमारी कर आठ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में श्यामलाल कोल, सचिन कोल, अनिल प्रजापति, राजेश कोल, बुद्धसेन कोल, मुदरी कोल, सनी कोल और भानवती कोल शामिल हैं। पहले शनी कोल को नाबालिग बताया जा रहा था, लेकिन जांच में वह बालिग निकली.
पुलिस की कार्यवाही
पुलिस ने फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। एसपी मऊगंज दिलीप सोनी ने बताया कि जल्द ही सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे. घटना के बाद गांव में पुलिस बल तैनात है. पुलिस ने आदिवासी समुदाय के डर को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया और लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया.
इस हिंसक घटना में 50 से अधिक आदिवासी पुरुषों और महिलाओं ने पुलिस पर पत्थर और लाठियों से हमला किया था. इस हमले में एक एएसआई की मौत हो गई और दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए. घटना के बाद डीजीपी ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.
आरोपियों की धरपकड़
प्रमुख आरोपी अशोक कोल और उनके परिवार के सदस्य पुलिस हिरासत में हैं. पुलिस ने डिजिटल साक्ष्य जुटाए हैं, जिनके आधार पर आरोपियों की पहचान की गई. गांव छोड़ने वाले निवासियों को वापस बुलाया गया है और उनके पशुओं के लिए चारा-पानी की व्यवस्था भी की गई है.
घटना के बाद प्रशासन ने गांव में शांति बहाल करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं. अब स्थिति नियंत्रण में है और अधिकांश आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं. पुलिस और प्रशासन का मानवीय पहलू सामने आया है, जिससे क्षेत्र में लोगों का भरोसा फिर से कायम हो रहा है.
पुलिस और प्रशासन की कार्यवाही से क्षेत्र में शांति बहाल होने की उम्मीद है. हालांकि, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि निर्दोष लोग अपने घरों में सुरक्षित लौट सकें और गांव में सामान्य जीवन बहाल हो सके.