Left Banner
Right Banner

कटघोरा गोलीकांड में बड़ा अपडेट: रायपुर से हिरासत में लिया गया मास्टरमाइंड शक्ति सिंह…

कोरबा: कटघोरा के कसनिया गांव में हुई फायरिंग की घटना में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. गोलीकांड के मास्टरमाइंड शक्ति सिंह को रायपुर से हिरासत में ले लिया गया है. इस कार्रवाई को क्राइम ब्रांच और कटघोरा पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया.

पुलिस अब शक्ति सिंह से पूछताछ कर रही है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कई अहम खुलासे हो सकते हैं. प्रकरण में पुलिस ने पहले ही तीन आरोपियों को हिरासत में लिया था जिसमे आरोपियों को भागने में सहयोग करने वाला शख्स भी शमिल था तो वही शक्ति सिंह व बबलू दास की गिरफ्तारी के साथ इनकी संख्या पांच हो गई है. इसे पहले पुलिस ने यूपी निवासी शूटर दुर्गेश पांडे, कोरबा निवासी आशीष जांगड़े और हर्ष सिंह को अरेस्ट किया था.

क्या है पूरा मामला?

घटना तीन दिन पहले कटघोरा थाना क्षेत्र के कसनिया गांव की है, जहां बाइक सवार दो हमलावरों ने एक बंद घर और दुकान पर दो राउंड फायरिंग की थी. घटनास्थल से एक खाली कारतूस बरामद किया गया था. मकान मालिक वसीम मेमन ने बताया कि घटना के समय वह घर के अंदर थे. गोली की आवाज सुनकर वे घबरा गए. उनकी बहन और पिता दरवाजे के पास खड़े थे। एक गोली दुकान के शटर पर तो दूसरी मुख्य दरवाजे पर लगी.

कोर्ट केस से जुड़ा हो सकता है विवाद

वसीम मेमन ने बताया था कि उनके छोटे भाई का कोर्ट में एक मामला चल रहा है, और यह फायरिंग उसी विवाद से जुड़े लोगों की करतूत हो सकती है. घटना की जानकारी मिलते ही एसपी सिद्धार्थ तिवारी मौके पर पहुंचे थे और फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया था.

सिर्फ 10 हजार में दी गई थी सुपारी

जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इस फायरिंग की सुपारी मात्र 10,000 रुपये में दी गई थी. पहले योजना थी कि पीड़ित तोफिक के पैर में गोली मारी जाए, लेकिन बाद में पूरा कांट्रैक्ट घर पर फायरिंग करने के लिए बदल दिया गया. इसके लिए एक शूटर को उत्तर प्रदेश से बुलाया गया था. इस मामले में पुलिस ने पहले ही कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. अब मुख्य साजिशकर्ता शक्ति सिंह की गिरफ्तारी से मामले की जड़ तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. पूछताछ जारी है और पुलिस को विश्वास है कि इससे पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश होगा.

Advertisements
Advertisement