सुपौल: मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण के दौरान मरौना प्रखंड क्षेत्र के एक बीएलओ द्वारा कोसी नदी की सहायक धारा में चलकर पार करने का रील बनाना बीएलओ को उल्टा पड़ गया. रील बनाने के दौरान बचाओ-बचाओ की आवाज भी लगाई और रील को इंटरनेट मीडिया पर वायरल भी कर दिया. जबकि प्रशासनिक व्यवस्था के तहत बाढ़ के इलाके और नदी को ध्यान में रखकर मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण कार्य के लिए अलग से नाव की भी व्यवस्था की गई है.
इसके अलावा गांव में जाने के लिए अन्य रास्ते भी थे. अब सीन उल्टा पड़ गया है. सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी मरौना रचना भारतीय ने मामले पर गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते उक्त बीएलओ का एक दिन का वेतन स्थगित करते 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. मतदान केंद्र संख्या 107, प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मीनियां, प्रखंड मरौना पंचू राम से स्पष्टीकरण मांगते हुए बीडीओ ने कहा है कि आपके द्वारा इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया कि आप गहरे पानी में गणना प्रपत्र वितरण करने जा रहे हैं और इस क्रम में आप डूब रहे हैं. आपके द्वारा नाव की समस्या को लेकर संपर्क स्थापित किया गया और तत्क्षण अंचलाधिकारी मरौना से समन्वय स्थापित कर संबंधित क्षेत्र में नाव की व्यवस्था बहाल करवा दी गई. पूर्व से भी अंचलाधिकारी मरौना के आदेश से ही संबंधित क्षेत्र हेतु नाव की व्यवस्था बहाल की गई थी. बावजूद आपके द्वारा सुनियोजित ढ़ंग से कोसी की सहायक धारा में जान-बूझकर दिखाया गया कि आप पानी में डूब रहे हैं और गणना प्रपत्र के साथ बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं.
नाव की व्यवस्था बहाल किए जाने के बाद भी आपके द्वारा जान-बूझकर पैदल नदी में आवागमन करते हुए सुनियोजित तरीके से वीडियो बनाकर वायरल करना सरकारी कर्मी के आचरण के प्रतिकूल है और सरकारी कर्मी के आचरण नियमावली का उल्लंघन है. सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी ने एक दिन का वेतन स्थगित करते हुए स्वयं उपस्थित होकर 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है. लिखा है कि क्यों नहीं आपके इस कृत्य के लिए आपके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई हेतु जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को प्रतिवेदित कर दिया जाए.