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हिंद महासागर में भारत के ‘विजन’ को मालदीव का साथ, पीएम मोदी और मुइज्जू की ऐसी रही मुलाकात

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू 5 दिनों के भारत दौरे पर हैं. सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुइज्जू के बीच कई मुद्दों को लेकर अहम बैठक हुई. बातचीत के बाद पीएम मोदी ने बताया कि कैसे भारत मालदीव के आर्थिक विकास में मदद कर रहा है. साथ ही पीएम ने आगे भी मालदीव के लिए सहयोग जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई.

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मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू रविवार की शाम को भारत पहुंचे थे. उनके साथ पत्नी साजिदा मोहम्मद और मालदीव का एक डेलिगेशन भी भारत पहुंचा है. सोमवार को राष्ट्रपति भवन में मुइज्जू का स्वागत किया गया और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई द्विपक्षीय बैठक में दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर जोर दिया है.

मालदीव भारत का करीबी मित्र- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के बाद साझा बयान में मुइज्जू का स्वागत करते हुए मालदीव को भारत का करीबी दोस्त बताया. प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के दशकों पुराने मजबूत संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत, मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी और घनिष्ठ मित्र है. साथ ही हमारी ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ और ‘सागर’ विजन में भी मालदीव का महत्वपूर्ण स्थान है.‘मालदीव के विकास में बढ़ाएंगे सहयोग’
पीएम ने बताया कि मालदीव में RuPay कार्ड लॉन्च कर दिया गया है और आने वाले समय में दोनों देशों को UPI से भी जोड़ने का काम होगा. आने वाले समय में भारत मालदीव को कई आर्थिक प्रोजेक्ट में सहायता देगा. उन्होंने बताया कि शिलाफुशी में नए कमर्शियल पोर्ट के विकास में भारत सहयोग करेगा. साथ ही ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट में भी तेजी लाई जाएगी. प्रधानमंत्री ने बताया कि मालदीव के पुनर्विकसित हनीमाधु एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया है साथ ही भारत के सहयोग से बनाए गए 700 से अधिक हाउसिंग यूनिट्स सौंपे गए हैं.

भारत ने पड़ोसी होने का दायित्व निभाया- मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा मालदीव के लिए फर्स्ट रिस्पॉन्डर की भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि चाहे मालदीव के लोगों के जरूर सामान की जरूरत को पूरा करना हो या आपदा के समय पीने का पानी उपलब्ध कराना हो, कोरोना महामारी के दौरान वैक्सीन मुहैया कराने समेत हर बार भारत ने मालदीव के साथ पड़ोसी होने का दायित्व निभाया है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास दोनों देशों की साझेदारी का महत्वपूर्ण स्तंभ है. भारत ने मालदीव और वहां के लोगों को हमेशा प्राथमिकता दी है. इसी साल SBI ने मालदीव के ट्रेजरी बेंच को 100 मिलियन डॉलर का रोलओवर दिया है. इसके अलावा मालदीव की जरूरतों के मुताबिक, 400 मिलियन डॉलर और 3000 करोड़ रुपये के करेंसी स्वैप समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं.

द्विपक्षीय वार्ता में दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई, इसके अलावा हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि के लिए मिलकार काम करने के लिए भी प्रतिबद्धता जताई. बैठक के बाद पीएम ने बताया कि एकथा हार्बर प्रोजेक्ट पर काम तेजी से चल रहा है. उन्होंने कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव में फाउंडिंग मेंबर के तौर पर मालदीव के जुड़ने का स्वागत भी किया है.

आर्थिक-समुद्री सुरक्षा साझेदारी बढ़ाने पर जोर

मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और भारत सरकार का आभार जताया. बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ दोनों देशों की सफल विकास यात्रा और सहयोग को आगे बढ़ाने पर व्यापक चर्चा हुई. हमने आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी को बढ़ाने के व्यापक विजन पर सहमति जताई है. उन्होंने भारत को मालदीव के विकास का एक मुख्य साझेदार बताया. मुइज्जू ने कहा कि, ‘भारत मालदीव के आर्थिक-सामाजिक और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का एक अहम सहयोगी है और वह हर मुश्किल समय में मालदीव के साथ खड़ा रहा है.’

भारत के ‘विजन’ के साथ मुइज्जू

मुइज्जू ने सालों से मालदीव का सहयोग करने के लिए पीएम मोदी, सरकार और भारत के लोगों का आभार जताया. उन्होंने कहा कि आज दोनों देशों के बीच हुई चर्चा मालदीव की आर्थिक प्रगति और स्थिरता को मजबूत प्रदान करने वाली. RuPay कार्ड की लॉन्चिंग को उन्होंने भारत में मालदीव की आर्थिक पहुंच को बढ़ावा देने वाला कदम बताया है.

मुइज्जू ने कहा कि भारत और मालदीव के बीच व्यापक विजन डॉक्यूमेंट को लेकर सहमति बनी है. जो दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों की दिशा तय करने वाले हैं. व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी के विजन दस्तावेजों में समुद्री सुरक्षा के साथ-साथ व्यापार और आर्थिक साझेदारी, डिजिटल और वित्तीय पहल, ऊर्जा प्रोजेक्ट, स्वास्थ्य सहयोग शामिल है.

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