तेलंगाना के हैदराबाद में एक 7 साल की मासूम बच्ची हुमयानी सुम्मैया की हत्या का मामला सामने आया है। बच्ची अपने नानी के घर से अचानक गायब हो गई थी और उसका शव अगले दिन पानी की टंकी से बरामद हुआ। पुलिस ने जांच में खुलासा किया कि हत्या के मुख्य आरोपी बच्चे के अपने मामा और मामी हैं।
हुमयानी सुम्मैया ओवैसी कंचन बाग इलाके की रहने वाली थी और अपने मां-पिता के साथ नानी के घर गई थी। पुलिस ने जांच के दौरान पता लगाया कि सुम्मैया के मामा समी अली और उसकी पत्नी यास्मीन बेगम ने आपसी रंजिश के चलते उसकी हत्या की योजना बनाई थी। समी अली की छोटी बेटी की हाल ही में मौत हुई थी और उसे लगता था कि उसकी बहन शबाना इसके लिए जिम्मेदार है। इसी गुस्से और बदले की भावना के कारण उन्होंने भांजी को मार डाला।
हत्या की योजना बेहद निर्दयतापूर्ण थी। आरोपी पहले बच्ची को छत पर ले गए, उसके हाथों को रस्सी से बांधा और मुंह पर कपड़ा बांध दिया। इसके बाद उसे पानी की टंकी में फेंक दिया और ढक्कन बंद कर उसके ऊपर पत्थर रख दिया। इस कारण बच्ची की दम घुटने से मौत हो गई।
घटना के बाद सुम्मैया के माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। आसपास के सीसीटीवी कैमरे जांच में कोई सुराग नहीं मिला, लेकिन संदेह होने पर पुलिस ने सुम्मैया के मामा-मामी से पूछताछ की। दोनों ने अपराध स्वीकार किया और हत्या की पूरी कहानी बताई।
पुलिस ने तुरंत दोनों आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। जांच में यह भी सामने आया कि दोनों परिवारों के बीच पहले से ही संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। सुम्मैया अक्सर अपने मामा के घर जाती थी, जिससे दोनों पक्षों के बीच संबंध और जटिल हो गए थे।
इस घटना ने हैदराबाद में लोगों को झकझोर दिया है और सामाजिक सुरक्षा तथा बच्चों की सुरक्षा के महत्व को फिर से उजागर किया है। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है और आरोपी को न्याय के कठघरे में लाने की प्रक्रिया तेज कर रही है।
यह घटना परिवार के भीतर चल रहे विवाद और आपसी रंजिश के खतरनाक परिणामों को दर्शाती है और बच्चों की सुरक्षा को लेकर चेतावनी भी है।