बेंगलुरु के बाहरी इलाके में एक 35 वर्षीय शख्स ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने से पहले मृतक ने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर किया हैं, जिसमें उन्होंने कई लोगों पर पिछले दो महीने से मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
प्रवीण ने अपनी मौत से कुछ देर पहले फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमें उन्होंने पांच व्यक्तियों किरण गौड़ा, हरीश, भास्कर नारायणप्पा, डोड्डाहागड़े मधु गौड़ा और सरवना नाम के लोगों पर दो महीने से मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया.
इन लोगों पर लगाया मारपीट का आरोप
उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि बीजेपी मंडल अध्यक्ष मुनिराजू गौड़ा, लोकल पार्षद भाग्यम्मा और उनके पति श्रीनिवास ने उनके साथ मारपीट की.
गौड़ा के बयान के अनुसार, उन्हें वित्तीय चर्चा के बहाने मुनिराजू के घर बुलाया गया था, जहां भाग्यम्मा और श्रीनिवास ने कथित तौर पर कुछ लोगों को बुलाया, जिन्होंने लगभग दो घंटे तक उनके साथ मारपीट की. इन लोगों ने उनका फोन भी छीन लिया.
उन्होंने आगे कहा कि इसे सबसे तंग आकर प्रवीण गौड़ा ने अनेकल में पेड़ से फांसी लगा ली. इस घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया और गुस्साए लोगों ने राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों को खिलाफ जांच की मांग की.
इसके बाद पुलिस ने गौड़ा की मौत से जुड़ी परिस्थितियों और उनके द्वारा वीडियो में लिए गए नामों के लोगों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि 35 वर्षीय प्रवीण गौड़ा का शव पेड़ से लटका हुआ पाया गया था. शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.