अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक समर्थक ने कोर्ट के बाहर खुद को आग लगा ली. बता दें कि न्यूयार्क के मैनहट्टन कोर्ट में ट्रंप से जुड़े मामले Hush Money केस में सुनवाई चल रही थी. इसी बीच कोर्ट परिसर के बाहर अफरा-तफरी सी मच गई. मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी लोगों के मुताबिक, व्यक्ति ने पहले हवा में पर्चे फेंके, फिर खुद पर केन उड़ेलकर आग लगा ली. न्यूयॉर्क के एक आपातकालीन अधिकारी ने कहा कि एक व्यक्ति को कथित तौर पर खुद को आग लगाने के बाद स्ट्रेचर पर ले जाया गया. घटना के कारण की पुष्टि नहीं की गई है. अन्य लोगों ने कहा कि खुद पर फ्लेमेबल लिक्विड डालने से पहले वह शख्स शांत लग रहा था, वहीं मौके मौजूद एक व्यक्ति ने कहा कि, खुद को आग में जलाने वाला किसी पॉलिटिकल मैसेज को डिलीवर करने की कोशिश में इस जगह आया था.
मैनहट्टन निवासी एक महिला ने कहा कि, “उनके पास दो बड़े पोस्टर बोर्ड थे. इन पर लिखा था कि, बाइडेन और ट्रम्प आपस में मिले हुए थे.” रॉयटर्स के एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, घटना के तुरंत बाद प्लाजा में धुएं की गंध फैल गई और एक पुलिस अधिकारी ने जमीन पर आग बुझाने का छिड़काव किया. ऐसे में एक सुलगता हुआ बैग और एक गैस कैन दिखाई दे रही थी. पुलिस ने तुरंत घटना स्थल को टेप कर लिया. पास में, एक पैम्फलेट भी पड़ा मिला, जिसमें “भ्रष्टाचार को सामने लाने” का आह्वान किया गया था.
सोमवार को सुनवाई के पहले दिन शहर के मैनहट्टन कोर्टहाउस में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच प्रदर्शनकारियों और दर्शकों की भीड़ जमा हो गई थी, हालांकि तब से भीड़ कम हो गई है. मुकदमे के लिए जूरी का चयन पूरा होने के तुरंत बाद चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है.
उधर, ट्रम्प ने हश मनी केस में ट्रायल को “Witch Hunt” कहा है, हालांकि उन्होंने खुद को आग लगाने वाले उस शख्स पर टिप्पणी नहीं की. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार (19 अप्रैल) को हश मनी केश को “बुरी नीयत से फंसाने की कोशिश” कहा है. ट्रम्प ने अदालत के संवाददाताओं से कहा, “यह वास्तव में एक Witch Hunt) है. उन्होंने कहा, “यहां न्यायिक प्रणाली के साथ जो हो रहा है वह अपमानजनक है.”
बाहर चौंकाने वाला घटनाक्रम मुकदमे के लिए जूरी चयन पूरा होने के तुरंत बाद आया, जिससे अभियोजकों और बचाव पक्ष के वकीलों के लिए एक पोर्न स्टार को गुप्त रूप से भुगतान किए गए पैसे से जुड़े मामले में सोमवार को शुरुआती बयान देने का रास्ता साफ हो गया. अधिकारियों ने बाद में कहा कि ऐसा नहीं लगता कि आग लगाने वाले शख्स का इरादा, ट्रंप को निशाना बनाने का नहीं लग रहा था.