नई दिल्ली. मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला मेडल दिला दिया है. भारत की स्टार शूटर मनु भाकर ने यह मेडल 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में जीता. इसके साथ ही मनु ओलंपिक मेडल जीतने वालीं भारत की पहली महिला शूटर बन गई हैं. मनु भाकर ने बताया कि यह मेडल जीतने में गीता ने उनकी कैसे मदद की.
22 साल की मनु भाकर ने मेडल जीतने के बाद जियो सिनेमा से बात की. आखिरी शॉट के वक्त कैसा दबाव में था, इस सवाल पर मनु भाकर ने बताया, ‘जब मैं आखिरी शॉट्स खेल रही थीं तो मेरा फोकस क्लियर था. मैं गीता पढ़ती रही हूं. आखिरी शॉट के वक्त मेरे दिमाग में चल रहा था कि कर्म पर फोकस करो. रिजल्ट की चिंता मत करो.’
मनु भाकर ने एक दिन पहले यानी शनिवार को फाइनल में जगह बनाई थी. फाइनल रविवार को हुआ. इस इंजतार के बारे में मनु भाकर ने कहा, ‘जब क्वालिफिकेशन खत्म हो गए तो फाइनल का इंतजार होने लगा. मुझे सुबह का बेसब्री से इंतजार था. यह इंतजार खत्म नहीं हो रहा था. हर वक्त फाइनल दिमाग में था. अच्छी बात यह है कि आसपास बहुत सारे भारतीय थे. इससे थोड़ा दबाव कम हुआ.’
So it’s GITA & Krishna during the Mahabharat! Where the karma played the role.
Manu Bhaker… what a clear thought. Congrats once again.#bronze #paris2024olympics pic.twitter.com/le9zSfS4jd
— Sourabh Sanyal 🇮🇳 (@sourabhsanyal) July 28, 2024
भारत और मेडल जीतेगा
अपना दूसरा ओलंपिक खेल रहीं मनु भाकर ने कहा कि देश के लिए मेडल जीतकर अच्छा लग रहा है. इस वक्त वे सारे लोग याद आ रहे हैं, जिन्होंने मुझे इस सफर में साथ दिया. मनु ने यह भी कहा कि अभी तो यह शुरुआत है. आगे और मेडल आएंगे.
आगे और अच्छा परफॉर्म करूंगी
अपने प्रदर्शन पर मनु भाकर ने कहा, ‘फाइनल में कड़ा मुकाबला खेला. खुशी की बात है कि मैं अच्छा खेली. मैं पूरे उत्साह से मुकाबले में उतरी और खुद पर दबाव नहीं आने दिया. लेकिन यह अभी शुरुआत है. मैं आगे भी अच्छा परफॉर्म करूंगी. मैं बता नहीं सकती कि इस जीत से कितनी खुश हूं. इसे एक्सपलेन कर पाना मुश्किल है.