manu bhaker deteriorating paris olympics medals: भारत की स्टार शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में दो ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रचा था. मगर अब उनके ये मेडल्स फीके पड़ने लगे हैं. दरअसल, मेडल्स का रंग फीका पड़ गया है. इसी बीच इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) ने भी अच्छी खबर दी है.
आईओसी ने कहा है कि वो जल्द ही इन सभी मेडल्स को बदल देंगे. साथ ही जिन एथलीट्स के मेडल्स फीके पड़े हैं, उन्हें नए मेडल्स बदलकर दिए जाएंगे. बता दें कि मेडल के रंग उतरने की शिकायत अकेली मनु भाकर ने नहीं की है.
दुनियाभर में अब तक 100 से ज्यादा एथलीट्स ने मेडल का रंग उड़ने की शिकायत की है. यह जानकारी फ्रांसीसी ऑनलाइन मीडिया आउटलेट ला लेट्रे ने दी है. इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने कहा है कि सभी एथलीट्स को मेडल बदलकर दिए जाएंगे.
मेडल बदलने का काम अगस्त से जारी है
यह मेडल एक संस्था मोनने डी पेरिस ने बनाए हैं. इस संस्था के प्रवक्ता ने अपनी सफाई में कहा है कि मेडल ‘डिफेक्टिव’ नहीं हैं. ज्यादातर मेडल्स ने सिर्फ रंग छोड़ा है. ऐसे मेडल्स को हम बदलकर दे रहे हैं. मेडल बदलने का काम अगस्त से जारी है, जो आगे भी चलता रहेगा.
बता दें कि मनु भाकर में विलक्षण प्रतिभा है तो उन्होंने पेरिस ओलंपिक में दो ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इसे साबित किया है. मनु ने पेरिस ओलंपिक में पहले 10 मीटर एयर पिस्टल में मेडल जीतकर पोडियम पर जगह बनाई थी. इसके बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर मिक्स्ड टीम इवेंट में अपना दूसरा ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
एफिल टावर के लोहे से बने हैं ये सभी मेडल्स
दरअसल, पेरिस ओलंपिक के सभी मेडल को खास तरीके से बनाया गया. इन मेडल्स को ऐतिहासिक एफिल टावर के लोहे के टुकड़े से बनाए गए. मेडल के ऊपरी भाग पर करीब 18 ग्राम लोहे से एक हेक्सागोन बनाया गया था.
इसके अलावा मेडल के ऊपरी भाग पर एफिल टावर की आकृति बनाई गई. बता दें कि जब आखिरी बार एफिल की रिपेयरिंग की गई, तो उससे कई लोहे के टुकड़ों को निकाल दिया गया था. इनसे ही ये मेडल्स बनाए गए.