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Marburg virus : जानलेवा है मारबर्ग वायरस, क्या भारत में भी होगा खतरा?

अफ्रीका के कुछ देशों में मारबर्ग वायरस फैल हुआ है. इस वायरस से 15 मरीजों की मौत हो चुकी है. अफ्रीका के आसपास के देशों को भी अलर्ट किया गया है. इस वायरस से आंखों से खून तक निकल सकता है. इस वजह से मारबर्ग वायरस को ब्लीडिंग आई वायरस कहा जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक. ये वायरस इबोला परिवार का है. लेकिन ये काफी खतरनाक है. इससे संक्रमित होने के बाद 50 फीसदी मरीजों की मौत होने का रिस्क रहता है. मारबर्ग वायरस क्या है. ये कैसे फैलता है. इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं. इस बारे में एक्सपर्ट्स से जानते हैं.

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महामारी विशेषज्ञ डॉ जुगल किशोर बताते हैं कि मारबर्ग वायरस रोग (एमवीडी), जिसे पहले मारबर्ग बुखार के नाम से जाना जाता था, मनुष्यों में फैलनी वाली एक गंभीर और घातक बीमारी है. इस बीमारी में डेथ रेट 50% है. यानी, इस वायरस से संक्रमित होने के बाद हर 1 लाख में से 50 मरीजों की मौत हो सकती है. मारबर्ग वायरस की वजह से कुछ मरीजों को हेमरेजिक फीवर हो सकता है. अगर कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित हो जाता है तो इंटरनल ब्लीडिंग हो सकती है, जो मौत का कारण बनता है. फिलहाल मारबर्ग से बचाव के लिए कोई वैक्सीन और एंटीवायरल उपचार नहीं हैं, लेकिन इसके लिए टीकों को विकसित किया जा रहा है.

कैसे फैलता है मारबर्ग वायरस?

ये वायरस संक्रमित चमगादड़ से इंसानों में फैलता है. चमगादड़ों के यूरिन, लार, के संपर्क में आने से इंसानों में भी फैलता है. चिंता की बात यह है कि ये वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. मारबर्ग वायरस संक्रमित लोगों के खून, शारीरिक तरल पदार्थों और संक्रमित मरीज के यूज किए गए बिस्तर, कपड़े के साथ सीधे संपर्क में आने से फैल सकता है. जो स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित मरीजों का उपचार करते हैं वह भी इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं. चूंकि ये वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है तो इसलिए इसके एक ही इलाके में कई मामले आने का रिस्क होता है.

क्या भारत में भी है खतरा?

डॉ किशोर बताते हैं कि भारत मेंं इस वायरस के खतरे को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है, लेकिन अलर्ट रहना होगा. अफ्रीकी देशों की यात्रा करने वालों और वहां से भारत आने वाले लोगों की टेस्टिंग करनी होगी. अगर किसी में मारबर्ग के लक्षण दिख रहे होंगे तो ऐसे लोगों को आइसोलेट करने की जरूरत है.

क्या होते हैं मारबर्ग वायरस के लक्षण

तेज बुखार

सिरदर्द

मांसपेशियों में दर्द

उल्टी- मतली

गले में खराश

दस्त

नाक, आंख या मुंह से खून आना

कैसे करें बचाव

संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचें

अफ्रीकी देशों की यात्रा से बचें

अगर फ्लू के लक्षण दिख रहे हैं तो डॉक्टरों से संपर्क करें

साफ- सफाई का ध्यान रखें

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