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शादी करिए और बनिए लखपति, दिव्यांग सामूहिक विवाह बना मजाक, पैसों के लालच में शादीशुदा बने दूल्हा दुल्हन

दुर्ग : कहते हैं जोड़ियां आसमानों में बनती है.किसी इंसान के लिए शादी उसके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल होता है.छत्तीसगढ़ की आस्था संस्था निर्धन कन्याओं का विवाह कराने का पुण्य काम करती है.इसके लिए संस्था सामूहिक विवाह का आयोजन कराती है.आस्था संस्था ने कई लोगों का परिवार बसाया है.लेकिन इस धर्म के काम में भी कुछ दलालों की नजर गड़ गई.दुर्ग में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जमकर धांधली हुई.इस आयोजन में 301 जोड़ियों की शादी होनी थी.लेकिन आखिरी दिन से पहले ये आंकड़ा बढ़कर 331 पहुंच गया. यानी शादी समारोह में 30 जोड़े ऐसे निकले जो पहले से ही शादीशुदा थे.मामला सामने आने के बाद संस्था ऐसे जोड़ों की शादियों का पंजीयन रद्द करने जा रही है.

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धर्म के काम में दलाली का दंश 

आस्था संस्था ने दुर्ग के अग्रसेन भवन में सामूहिक विवाह का आयोजन करवाया था.लेकिन इस सामूहिक विवाह के आयोजन को लेकर एक अफवाह फैलाई गई.अफवाह ये कि शादी करने वाले जोड़ों को दहेज के सामान के साथ एक लाख रुपए भी नकद मिलेंगे.बस फिर क्या था, दलालों ने शादीशुदा और दो बच्चों के माता पिता से पैसे लेकर सामूहिक विवाह में पंजीयन करवा दिया.लालच यही खत्म नहीं हुई, जिन एजेंट्स ने पैसे लिए थे,वो शादी वाले दिन खुद ही दूल्हा दुल्हन बनकर मंडप पर बैठ गए.लेकिन जब मामला खुला तो एजेंट ने कैमरे के सामने सारी बात कबूली साथ में ये भी कहा कि जितने लोगों से पैसे लिए गए हैं वो लौटा दिए जाएंगे.जो पति पत्नी एजेंट इस आयोजन में पकड़े गए वो आयोजक संस्था दफ्तर के पास ही रहते हैं.

शादी से पहले ही बढ़ गए पंजीयन 

इस आयोजन में सरगुजा, अंबिकापुर, सूरजपुर, बिलासपुर और बस्तर से लोग पहुंचे. शुरुआत में दिव्यांग पंजीयन का आंकड़ा 301 था.लेकिन शादी से पहलें पंजीयन की संख्या 350 तक पहुंच गई. यहीं से इस आयोजन को लेकर शक पैदा हुआ. ऐसी सूचना थी शादी करने वाले जोड़ों को एक लाख और अन्य सामान मिलेंगे. लेकिन आयोजन समिति अब सामान देने की बात से इनकार कर रही है. समिति की माने तो शादी के लिए आने जाने और खाने की व्यवस्था मात्र थी.नकदी की कोई बात नहीं है.

नौजवान अधेड़ को लेकर पहुंचा शादी करने 

इस आयोजन में 30 जोड़े ऐसे निकले जो पहले से ही शादीशुदा है. वहीं एक 27 साल का नौजवान पैसों की लालज में 45 साल की महिला को लेकर शादी करने लिए पहुंचा था.इस आयोजन में जब फर्जीवाडे़ का खुलासा हुआ तो ऐसे लोगों की शादी रुक गई जो सच में शादी करने आए थे.जबकि जो लोग तीन बच्चों के बाप थे वो शादी करके दोबारा हनीमून करने निकल लिए.

शादी के नाम पर लिए गए पैसे 

सामूहिक विवाह में हाउसिंग बोर्ड भिलाई से पहुंची लीना गौड़ ने बताया कि उन्होंने सामूहिक शादी समारोह के लिए फार्म भरा था. शादी के लिए 26 सौ रुपए लिए गए.बताया गया कि 16 जून को शादी के लिए आना है.

दूसरी महिलाओं की भी यही है शिकायत

मॉडल टाउन निवासी मालती नाग ने बोला कि उसकी बेटी की शादी का पंजीयन के लिए पैसा लिया गया है. पैसे लेने 4-5 महिलाओं का ग्रुप आया था. कहा गया था कि शादी के लिए कपड़े, सर्टिफिकेट, बर्तन और दूसरे सामान मिलेंगे. महिलाओं ने आरोप लगाया है कि संस्था के लोगों ने मिलकर ही पैसे लिए हैं. सेक्टर 2 निवासी मारिया का आरोप है कि संस्था के लोग झूठ बोल रहे हैं. जिस महिला ने पैसे लिए हैं वो सेक्टर 2 की रहने वाली है. वो सेक्टर 2 के पार्षद के कार्यालय में बैठती है. उसने 25-30 लोगों का फार्म भरकर सभी से 2-2 हजार रुपए लिए हैं. इसके बाद फोन करके सभी को यहां बुलाया है. अब खुद तो शादी करने मंडप में बैठ गई है और जो वास्तव में शादी करने आए हैं उन्हें बाहर खड़ा करा दिया गया है.

ठग महिला ने पैसे लेने के साथ की दोबारा शादी 

सेक्टर 2 निवासी आरोपी महिला जोया ने मीडिया के पूछने पर अपना नाम वीणा बताया. उसने पहले बात को गुमराह करने की कोशिश की.उसके बाद कहा कि उसने 2-2 हजार रुपए लिए हैं. महिला के मुताबिक उसकी शादी नियम मुताबिक नहीं हुई थी,इसलिए दोबारा शादी कर रही है.

ठग महिला का पति भी आया सामने 

जिस महिला के ऊपर पैसे लेने का आरोप है मौके पर उसका पति भी मिला. महिला का पति उमेश्वर प्रसाद सोनवानी अपनी पत्नी का भी बाप निकला. जब उससे पूछा गया कि वो दूसरी शादी क्यों कर रहा है तो उसने कहा कि ये उसकी तीसरी शादी है.इसके बाद उसने कहा कि वो मीडिया से मजाक कर रहा है.उसे बुलाया गया तो वो शादी करने आया है. युवक ने संस्था के ऊपर आरोप लगाया कि संस्था के लोगों ने सारे कागज और आधार कार्ड चेक किया.अगर संस्था के लोगों ने नहीं भेजा होता तो वो यहां कैसे आ गया.

कुल मिलाकर गड़बड़ी कहां हुई ये जांच का विषय है.लेकिन जिस आयोजन में प्रदेश के मुखिया मुख्य अतिथि बनकर आए तो कम से कम ऐसे समारोहों के विश्वसनीयता पर सवाल उठना ठीक नहीं है.भले ही ठगों ने शादी को पैसे कमाने का जरिया बनाया हो,लेकिन कहीं ना कहीं इस तरह की बातों से संस्था की साख पर जरुर बट्टा लग गया है.

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