पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान की सरजमीं से आतंकी भारत पर हमले कर रहे हैं और जवानों की जान ले रहे हैं, तब ऐसे में उससे क्रिकेट खेलना शहीदों के बलिदान का मजाक उड़ाने जैसा है। ऐशान्या ने बीसीसीआई को सीधे तौर पर निशाने पर लेते हुए कहा कि खिलाड़ियों और क्रिकेट बोर्ड को सोचना चाहिए कि आखिर किस कीमत पर यह खेला जा रहा है।
ऐशान्या का कहना है कि उनके पति शुभम देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए और ऐसे में पाकिस्तान के खिलाफ मैच होना उनके परिवार सहित उन सभी परिवारों के लिए चोट पहुंचाने जैसा है, जिन्होंने अपने बेटे, पति या भाई को खोया है। उन्होंने कहा कि सरकार और बोर्ड को साफ करना होगा कि आखिर क्यों बार-बार आतंक की छाया में पनप रहे देश को खेल के जरिए मान्यता दी जा रही है।
उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि यह केवल उनके पति की ही नहीं बल्कि उन सभी शहीदों की शहादत का अपमान है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए। ऐशान्या ने सवाल उठाया कि क्या खेल इतना बड़ा है कि उसके आगे देश की सुरक्षा और जवानों की शहादत को नजरअंदाज किया जाए।
सोशल मीडिया पर भी ऐशान्या के बयान को लोगों का समर्थन मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग बीसीसीआई से मांग कर रहे हैं कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करता, तब तक उसके साथ किसी भी खेल का आयोजन नहीं होना चाहिए। कई लोगों का कहना है कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट से पहले देशहित और शहीदों के सम्मान को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
दरअसल, एशिया कप में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला तय किया गया है। यह मैच हमेशा की तरह दोनों देशों के बीच रोमांच और तनाव का केंद्र बना हुआ है। लेकिन इस बार हालिया आतंकी हमले और उसमें भारतीय जवानों के शहीद होने के कारण माहौल और अधिक संवेदनशील हो गया है। अब सवाल यह है कि क्या सरकार और बोर्ड इस पर गंभीरता से विचार करेंगे या क्रिकेट के नाम पर सब कुछ अनदेखा कर दिया जाएगा।