उदयपुर में सर्व ब्राह्मण समाज के लिए सामूहिक आयोजन, वैदिक संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास

उदयपुर : विप्र फाउंडेशन (जोन-1ए) ने रक्षाबंधन के पावन अवसर पर मांजी के मंदिर घाट (चांदपोल) पर सर्व ब्राह्मण समाज के लिए श्रावणी उपाकर्म संस्कार का भव्य आयोजन किया.इस महत्वपूर्ण संस्कार में जनेऊधारी ब्राह्मणों के लिए दशविध स्नान, हिमाद्री संकल्प, देव-ऋषि-पितृ तर्पण और नई जनेऊ धारण करने जैसे विधान विधि-पूर्वक संपन्न कराए गए. यह कार्यक्रम “उन्नत समाज एवं समर्थ राष्ट्र” की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में फाउंडेशन के निरंतर प्रयासों का एक हिस्सा है.

 

यह सामूहिक श्रावणी उपाकर्म संस्कार आचार्य पं. सुरेंद्र द्विवेदी, पं. भगवती शंकर व्यास, पं. चंद्रकांत पुरोहित, पं. पीयूष सुखवाल और पं. रवि सुखवाल के कुशल नेतृत्व में नि:शुल्क संपन्न हुआ.विप्र फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र पालीवाल ने बताया कि फाउंडेशन हर वर्ष इस प्रकार के आयोजन करता आया है, ताकि ब्राह्मण समाज अपनी पारंपरिक वैदिक संस्कृति और संस्कारों से जुड़ा रहे.

 

इस कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों, प्रसिद्ध पंडितों और ज्योतिष तथा कर्मकांड से जुड़े विद्वानों ने भाग लिया। विप्र फाउंडेशन युवा प्रकोष्ठ, उदयपुर शहर जिला द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि धर्मनारायण जोशी थे.कार्यक्रम का सफल संचालन विप्र फाउंडेशन युवा प्रकोष्ठ के उदयपुर शहर जिलाध्यक्ष लोकेश मेनारिया ने किया। अंत में, प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र पालीवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया.

 

विप्र फाउंडेशन के जिला संरक्षक चंद्रशेखर मेहता ने इस आयोजन को सनातन समाज के लिए अत्यंत आवश्यक और सराहनीय पहल बताया.उन्होंने कहा कि यह संस्कार न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह समाज को अपनी जड़ों से जोड़े रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.विप्र फाउंडेशन इस तरह के आयोजनों के माध्यम से समाज में अपनी सक्रियता बनाए हुए है और विभिन्न प्रकल्पों के साथ धरातल पर काम कर रहा है.

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