विदिशा : मध्य प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसके बावजूद, राज्य के स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए किए जा रहे प्रयासों में रुकावट डालने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं। ताजा मामला विदिशा जिले के ग्राम भोजपुर स्थित एक प्राथमिक विद्यालय से जुड़ा हुआ है, जहां शिक्षक की लापरवाही के कारण बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ा।
यहां के शिक्षक मानसिंह नागर को कक्षा में बस्ते पर सिर रखकर सोते हुए देखा गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। जानकारी के अनुसार, मानसिंह नागर शिक्षक विकलांग हैं, और मध्यांतर के दौरान जब बच्चे बाहर खेल रहे थे, तो उन्होंने कक्षा में आराम करने का निर्णय लिया।
जिला शिक्षा अधिकारी रामकुमार ठाकुर ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि यह शिक्षक भोजपुर प्राथमिक शाला में कार्यरत हैं, और साथी शिक्षकों से उन्हें जानकारी प्राप्त हुई कि शिक्षक मध्यांतर के दौरान आराम कर रहे थे।
रामकुमार ठाकुर ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी, और यदि शिक्षक दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। यह कोई पहला मामला नहीं है, जब स्कूलों में शिक्षक अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ते नजर आए हैं। प्रदेश के विभिन्न स्थानों से इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं, जो शिक्षा प्रणाली पर सवाल खड़ा करती हैं।
इस घटना से बड़ा सवाल यह उठता है कि अगर शिक्षक खुद अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरतेंगे, तो बच्चों की पढ़ाई में सुधार कैसे संभव होगा?