महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर(औरंगाबाद) में खराब सड़कों से परेशान शिक्षकों ने स्कूली छात्रों से गड्ढे भरवाए. गड्ढे भरवाने का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिस पर बच्चों के अभिभावकों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. इसके अलावा अन्य लोगों ने भी वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. ज्यादातर लोगों ने टीचर्स के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया है.
औरंगाबाद के गंगापुर तालुका के धोरेगांव से भोलेगांव तक सड़क पर बड़ी संख्या में गड्ढे हैं. इन गड्ढों के कारण बाइक से आने जाने वाले शिक्षकों को परेशानी हो रही थी. इन सब परेशानियों से बचने के लिए टीचर्स ने प्रशासन से शिकायत करने की बजाय छोटे-छोटे बच्चे से गड्ढे भरवा दिये. इसका एक वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है. बच्चे पेंधापुर के जिला परिषद स्कूल में पढ़ते हैं, जो पहली से सातवीं क्लास तक का स्कूल है.
बच्चों से भरवाए गड्डा
इन्हें पढ़ाने के लिए स्कूल में छह टीचर्स और चार महिला टीचर्स कार्यरत हैं. बच्चों से गड्ढे भरवाने की वीडियो आने के बाद स्थानीय लोग स्कूल प्रशासन और टीचर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि बच्चों को स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा था, लेकिन उन्हें पढ़ाने की जगह सड़क पर काम करवाना बहुत ही गलत है. सड़क पर गाड़ियां आती-जाती रहती है, बच्चों को सड़क पर ले जाने से बड़ा हादसा हो सकता था.
बच्चे से गड्डे भरवाने वाले टीचर्स पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिये. इस पूरे मामले को लेकर शिक्षकों का कहना है कि यह प्रशासन के लिए सीख और बच्चों के लिए सीखने की एक्टिविटी थी. वायरल वीडियो में बच्चे बोरी और प्लास्टिक की परातोके सहारे गड्डों में पत्थर भरते हुए नजर आ रहे हैं. इस तरह की वीडियो ने लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है, जो काम प्रशासन को करना चाहिए वह काम बच्चे कर रहे हैं.