यमुना में लगातार बढ़ रहे जलस्तर का जायजा लेने गए मथुरा के जिलाधिकारी (डीएम) सीपी सिंह ने एक मिसाल पेश की है. उन्होंने केशी घाट पर भीख मांग रहे भिखारियों को न सिर्फ समझाया, बल्कि उनसे विनम्रता से अपील भी की कि वे भीख मांगना छोड़ कोई दूसरा काम करें. उन्होंने एक बुजुर्ग भिखारी से कहा- ‘बाबा भीख मांगना बंद कर दीजिए, अगर कुछ मांगना है तो भगवान से मांगिए.’ डीएम के इस कार्य की चौतरफा सराहना हो रही है.
डीएम ने भीख मांग रहे शख्स को समझाया
दरअसल, मथुरा में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिलाधिकारी सीपी सिंह यमुना किनारे के इलाकों का निरीक्षण कर रहे थे. जब वह केशी घाट से वापस लौट रहे थे, तो उन्होंने कुछ भिखारियों को देखा. उन्होंने उनसे बात करना शुरू किया. एक भिखारी ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला है और पिछले एक साल से वृंदावन में रह रहा है. डीएम ने उससे पूछा कि कहीं कोई ऐसा व्यक्ति तो नहीं जो शाम को उससे भीख का पैसा ले लेता हो. भिखारी ने इससे साफ इनकार कर दिया.
बाढ़ के मद्देनजर गांवों को कराया गया खाली
डीएम ने भिखारी को समझाते हुए कहा कि वृंदावन जैसे पवित्र स्थान पर रहकर भीख मत मांगों. उन्होंने उससे विनती की कि वह कोई और काम करे. इसके बाद, डीएम का काफिला वहां से चला गया. इस बीच, यमुना में बढ़ते जलस्तर के कारण मथुरा के ग्रामीण इलाकों और निचले इलाकों में हड़कंप मच गया है. यमुना में बाढ़ की आशंका के चलते आधा दर्जन गांवों को खाली कराया गया है और मुनादी कराकर लोगों को सतर्क किया जा रहा है.
प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट
जिला प्रशासन ने लोगों से गहरे पानी से दूर रहने की अपील की है. यमुना में तेज बहाव के कारण जयसिंहपुरा खादर इलाके में पानी पहुंच गया है. जिलाधिकारी सीपी सिंह के अनुसार, ताजेवाला बांध से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया है. उनका कहना है कि बाढ़ राहत चौकियों के माध्यम से नजर रखी जा रही है और जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. फिलहाल, मथुरा में यमुना खतरे के निशान से नीचे है.