मऊगंज : जिलेभर में इन दिनों किसानों को खाद के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.धान की बुवाई का सीजन होने के कारण खाद की मांग चरम पर है, लेकिन उपलब्धता कम होने से खरीदी केंद्रों में अफरा-तफरी का माहौल है.हनुमना, मऊगंज समेत कई क्षेत्रों में सुबह से ही किसान लंबी-लंबी कतारों में खड़े दिखाई दे रहे हैं.
किसानों का कहना है कि वे सुबह 5 बजे से लाइन में लगे हुए हैं, लेकिन 10 बजे तक भी खाद नहीं मिल पा रही.इससे बुवाई का काम प्रभावित हो रहा है और किसान आर्थिक व मानसिक दबाव झेलने को मजबूर हैं.कई किसानों ने खरीदी केंद्रों की अव्यवस्था और जिम्मेदारों की लापरवाही पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
हनुमना ब्लॉक में स्थिति और भी गंभीर है, जहां खाद लेने पहुंचे किसानों की भीड़ नियंत्रण से बाहर होती नजर आई। जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना के निर्देश पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंद्र मिश्रा मौके पर पहुंचे और किसानों की मदद में जुट गए. उन्होंने भी खाद वितरण में गड़बड़ी और लापरवाही के आरोप लगाते हुए शासन-प्रशासन को घेरा.
मिश्रा ने कहा कि सरकार किसानों की परेशानियों को लेकर संवेदनशील नहीं है.समय पर खाद उपलब्ध नहीं होने से फसल उत्पादन प्रभावित होगा, जिसका सीधा असर किसानों की आय पर पड़ेगा.उन्होंने तत्काल पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराने की मांग की, ताकि बुवाई का काम समय पर हो सके.
इधर, किसानों का कहना है कि अगर स्थिति में जल्द सुधार नहीं हुआ, तो उन्हें आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा.लगातार बढ़ती भीड़ और सीमित स्टॉक के कारण खरीदी केंद्रों में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है. जिले के विभिन्न ब्लॉकों से भी खाद संकट की खबरें सामने आ रही हैं, जो यह साबित करती हैं कि यह समस्या सिर्फ किसी एक क्षेत्र की नहीं, बल्कि पूरे जिले की है.